मणिपुर पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस ने बताया कि उसने राज्य के विभिन्न हिस्सों से सुरक्षा बलों से लूटे गए 1,195 हथियार अब तक बरामद किए हैं। पुलिस ने शनिवार शाम को एक बयान में बताया कि घाटी के जिलों से 1,057 हथियार बरामद किए गए और 138 हथियार पर्वतीय जिलों से बरामद किए गए हैं।
पुलिस के बयान के अनुसार, ज्यादातर घाटी जिलों से बड़ी संख्या में गोला-बारुद भी बरामद किए गए हैं। बयान में कहा गया है, ‘‘सुरक्षा बल लूटे गए हथियार और गोला बारूद बरामद करने के लिए लगातार पर्वतीय और घाटी के क्षेत्रों में छापे मार रहे हैं।’’
पुलिस महानिदेशक ने क्या कहा?
पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने कहा कि सुरक्षाबलों से हथियार लूटने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
राज्य में मेइती समुदाय की आबादी लगभग 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे अधिकतर पर्वतीय जिलों में रहते हैं।