बेतिया पहुंचे मनोज बाजपेयी, माता-पिता के नाम पर पुस्तकालय का किया उद्घाटन

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मनोज बाजपेयी बॉलीवुड के टैलेंटेड एक्टर्स में से एक माने जाते हैं. जिन्होंने इंडस्ट्री में अपना खास मुकाम हासिल किया है. अपने करियर में उन्होंने कई शानदार फिल्मों में काम किया है. अभिनेता मनोज बाजपेयी शुक्रवार को बेतिया में भितिहरवा के कस्तूरबा कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय में पुस्तकालय का उद्घाटन किया. मनोज बाजपेयी के माता-पिता के नाम पर बने इस ‘गीता-राधाकांत वाजपेयी पुस्तकालय’ का निर्माण विधान पार्षद कुमार सौरभ की निधि से हुआ है।

बेतिया में पुस्तकालय का उद्घाटन

उद्घाटन के दौरान मनोज बाजपेयी ने कहा कि यह एक भावुक क्षण है. क्योंकि माता-पिता के नाम पर एक पुस्तकालय का निर्माण हुआ है. जीवन में पुस्तकों का महत्व सबसे अधिक है क्योंकि किताबों के जरिए दुनिया जानने का ही नहीं दुनिया से सीखने का भी मौका मिलता है. चूंकि इस पुस्तकालय का निर्माण बालिका विद्यालय में हुआ है तो इसकी महत्ता और बढ़ जाती है. इसका लाभ अधिक से अधिक बच्चियों तक पहुंचे यही कामना है।

मनोज बाजपेयी का चंपारण से गहरा लगाव

वहीं विधान पार्षद कुमार सौरभ ने कहा कि मनोज बाजपेयी का चंपारण से जुड़ाव जिस कदर रहा है. उसमें हम चंपारण वासियों की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि उनके लिए हर संभव जो बन सके किया जाए. चूंकि स्कूल में मेरे वरिष्ठ मनोज बाजपेयी जी के साथ शैलेंद्र प्रताप सिंह जी, ज्ञानदेव मणि त्रिपाठी, राकेश राव जी भी रहे हैं और इस पुस्तकालय की स्थापना के लिए जैसे सुझाव आया तो हमने तुरंत अमल किया।

पुस्तकालय से बच्चियों के बौद्धिक उत्थान होगा

भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल ट्रस्ट के अध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मनोज बाजपेयी जी का चंपारण और बिहार से जुड़ाव कभी खत्म न हुआ है और न होगा. वे आज भी वैसे ही रहते हैं, जैसे स्कूली जमाने में थे. इस पुस्तकालय का निर्माण तो हो गया लेकिन इसके रख-रखाव में भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल ट्रस्ट हर संभव अपना योगदान करता रहेगा. आज इस पुस्तकालय की स्थापना कस्तूरबा कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय की बच्चियों के बौद्धिक उत्थान में अद्भुत बदलाव लाएगी।

किताबें हमारे जीवन की सबसे अच्छी साथी

ट्रस्ट के सचिव व प्रख्यात शिक्षाविद प्रो. ज्ञानदेव मणि त्रिपाठी ने कहा कि किताबें हमारे जीवन की सबसे अच्छी साथी होती हैं. जब भी हमें उनकी आवश्यकता होती है वे हमारे लिए उपलब्ध होती हैं. किताबें सही और गलत के बीच निर्णय लेने में हमारी मदद करती हैं. उद्घाटन के दौरान मनोज बाजपेयी की पत्नी सिने अभिनेत्री शबाना रजा, बेटी अवा नायला, एमएलसी कुमार सौरभ, भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल ट्रस्ट के अध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप सिंह, सचिव प्रो. ज्ञानदेव मणि त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष राकेश राव भी मौजूद रहे. इस दौरान अवा नायला ने स्कूल की बच्चियों के बीच उपहार वितरित किया।

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