बिहार विधानसभा में पेश किये गये आर्थिक और सामाजिक सर्वेक्षण रिपोर्ट को लेकर राजद सांसद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी। कहा कि यह सर्वे यदि देशभर में हुआ होता तो और बेहतर होता। बिहार के आंकड़ों ने विकास की पूरी कहानी बता दी। मनोज झा ने कहा कि जातीय गणना बिहार में ना हो इसे रोकने के लिए बीजेपी ने हर वो प्रयास किया लेकिन इसे रोक पाने में सफलता नहीं मिली।
नीतीश-तेजस्वी ने बिहार में जातीय गणना कराने का फैसला लिया और इसे पूरा करके दिखाया। मनोज झा ने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि गरीब की कोई जाति नहीं होती। अब ये आंकड़े पीएम मोदी को भेजा जाएगा बताया जाएगा कि बिहार में जाति की हकीकत क्या है? बिहार में दलितों की स्थिति दयनीय है जिस रिपोर्ट को पीएम मोदी को देखना चाहिए वो नहीं देख रहे हैं।
राजद के तरफ से मनोज झा ने आरक्षण का दायरा बढ़ाने की मांग रखी। कहा कि आरक्षण बढ़ाकर 70 प्रतिशत किया जाए। उन्होंने कहा कि अब आरक्षण का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए। प्राइवेट सेक्टर में भी आरक्षण लागू होना चाहिए। वही कहा कि जातीय गणना की मांग करना जातिवाद नहीं इसे रोकने की कोशिश करना घोर जातिवादी है। 10 प्रतिशत को स्वीकार करना होगा की 90 को सबसे पहले अधिकार मिले। सभी दल इस आंकड़े की तरह समाज को समझे।
आंकड़े की तरह विकास की योजनाएं बनाने में मदद करे। पांच साल तक मुफ्त अनाज की घोषणा पीएम मोदी ने की है इस पर मनोज झा ने कहा कि पिछड़े जातियों को 5 किलो अनाज की जरूरत नहीं है। इस समाज को अनाज पैदा करने की ताकत है। भारत सरकार इन आबादी को अपमानित कर रही है, ये समाज अपमान का बदला लेना जानती है।