बेगूसराय में अवैध शराब बनाने और बेचने से मना करने पर शराब माफिया ने गांव वालों पर ईट-पत्थर से हमला कर दिया, जिसमें निगम पार्षद के पुत्र और ग्रामीण घायल हो गए। घटना से आक्रोशित लोगों ने शराब कारोबारी पिता-पुत्र को एक घर में बंद कर बंधक बना लिया। बंधक के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बंधक बने पिता-पुत्र को भीड़ से छुड़ाकर गिरफ्तार कर थाने ले गई है। दरअसल, पूरी घटना सिंघौल थाना क्षेत्र के नगर निगम वार्ड नंबर 5 कमरुद्दीनपुर गांव की है।
बताया जाता है कि निगम पार्षद सुरेश यादव के नेतृत्व में मंगलवार को गांव में पंचायत लगी थी, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि हर टोले में जाकर अवैध शराब बनाने और कारोबार करने वालों को समझाया जाएगा कि वह इस कार्य को बंद कर लें। इसी निर्णय के आलोक में आज सुबह 40 से 50 की संख्या में ग्रामीण निगम पार्षद सुरेश यादव के नेतृत्व में टोले-टोले में घूमकर लोगों को समझ रहे थे और शराब बनाने और बेचने से मना कर रहे थे।
इसी दौरान जब पार्षद की टीम पुवारी टोला पहुंची तो वहां शराब माफिया अर्जुन निषाद उर्फ टिमला निषाद और उसका पुत्र शिवम उर्फ शिवा निषाद ने गांव वालों पर ईट-पत्थर से हमला कर दिया। इस हमले में निगम पार्षद का पुत्र और कई ग्रामीण घायल हो गए। इस घटना से आक्रोशित लोगों ने दोनों पिता-पुत्र को पकड़ कर एक कमरे में बंद कर बंधक बना लिया। घटना की सूचना सिंघौल थाना पुलिस को भी दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बंधक बने पिता-पुत्र को भीड़ से बचाकर गिरफ्तार कर थाने ले गई है। इस संबंध में निगम पार्षद सुरेश यादव और स्थानीय शिक्षक राम प्रवेश कुमार ने बताया कि कमरुद्दीनपुर गांव में चोरी छुपे अवैध शराब बनाई जाती है, और बेची जाती है. इसी को बंद करने के लिए आज गांव वाले हर टोला में जाकर लोगों को समझने का काम कर रहे थे।
इसी दौरान पिता-पुत्र ने ईट-पत्थर से गांव वालों पर हमला कर दिया. जिसमें कई लोग घायल हुए। इसलिए इन दोनों को पकड़कर कमरे में बंद कर दिया। इन लोगों ने पुलिस प्रशासन पर भी आरोप लगाया है कि पुलिस प्रशासन शराब माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं करती है, इनकी आपस में मिली भगत रहती है, इस वजह से यह कारोबार लगातार बढ़ रहा है। फिलहाल पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही हैं.
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