Porbandar: स्वतंत्रता दिवस से कुछ दिन पहले राष्ट्रगान और राष्ट्रीय ध्वज को लेकर पोरबंदर की मस्जिद के मौलाना का कथित ऑडियो वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। मस्जिद के मौलाना के कथित ऑडियो क्लिप को लेकर हुए विवाद के बाद तीन युवकों ने दवा पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। यह शिकायत इमाम की कथित घोषणाओं के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के बाद की गई थी।
अस्पताल में चल रहा है मुस्लिम युवकों का इलाज
आत्महत्या का प्रयास करने वाले युवक का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग उन्हें बदनाम कर रहे हैं और उनके खिलाफ झूठी शिकायतें कर रहे हैं। दवा पीकर आत्महत्या करने की कोशिश करने वाले शकील यूनुस कादरी, सोहेल इब्राहिम परमार और इम्तियाज हारुन सिपाई का फिलहाल पोरबंदर के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। जबकि पुलिस ने आरोपी मौलवी को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा विवाद?
कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर राष्ट्रगान में ‘जय हे’ न गाने और राष्ट्रीय ध्वज को सलामी न देने को लेकर एक ऑडियो वायरल हो रहा था। इसलिए ये युवक पुलिस की मौजूदगी में मस्जिद में गए और इमाम से इस बारे में पूछा। इसके बाद पूरा विवाद खड़ा हो गया। हालांकि अब नगीना मस्जिद के ट्रस्टी और मुस्लिम समाज की सुन्नी अंजुमन ने इसे झूठा विवाद बताया है। इस मुद्दे पर मुस्लिम युवक द्वारा मौलाना से पूछताछ करने पर युवक के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है।
पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत ले ली है और कार्रवाई कर रही है। इस पूरे मामले में युवकों ने फिनाइल पीने से पहले इंस्टाग्राम पर अपना वीडियो भी अपलोड किया था। उन्होंने कहा था कि किस तरह से उन्हें मुस्लिम समाज में बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।