एक दिन में ही पटना में डेंगू के सर्वाधिक 59 मरीज मिले हैं। गुरुवार की रिपोर्ट शुक्रवार को आयी तो स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गई। अलर्ट मोड पर पहले से चल रहे विभाग के अधिकारी व चिकित्साकर्मी और सक्रिय हो गये हैं।
डेंगू की बढ़ती स्थिति को कंट्रोल करने केंद्रीय टीम पटना में उतर गयी है। केंद्रीय टीम ने राजधानी के दर्जनों मुहल्लों में डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का लार्वा नष्ट करने का अभियान चलाया। पिछले साल डेंगू से 74 लोगों की मौत हो गई थी। इस साल भी अब तक डेंगू से 6 लोगों की मौत हुई है।
सितंबर मध्य में ही बड़ी संख्या में डेंगू मरीजों के सामने आने से अक्टूबर में स्थिति और गंभीर होने का खतरा है। पिछले दो वर्षों में सितंबर से दिसंबर तक डेंगू के 98 फीसदी मरीज मिले थे। स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से निबटने के लिए सभी जिलों को अलर्ट किया है।
प्रत्येक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 30 बेड, तो जिला अस्पतालों में 5-5 बेड, जबकि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी 2-2 बेड डेंगू मरीजों के लिए रिजर्व रखने को कहा गया है।