राजधानी पटना के धनरूआ प्रखंड में स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुस्तफापुर में मध्यान भोजन के साथ भारी गड़बड़ी करने का मामला प्रकाश में आया है. बताया जा रहा कि स्कूल में उपस्थित बच्चों से अधिक बच्चों का मध्यान भोजन दिखाया जा रहा था, जिसका मामला उजागर हुआ है।
उत्क्रमित मध्य विद्यालय का मामला: मिली जानकारी के अनुसार, धनरूआ के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुस्तफापुर में मध्यान भोजन के साथ गड़बड़ी चल रहा था. इसकी जानकारी लगते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी सीमा कुमारी टीम के साथ जांच करने पहुंची. जहां उन्होंने सभी फाइलों को एक-एक कर खंगाला।
‘अंडा और फल नहीं मिलता’: इस दौरान पाया गया कि बीते 29 मई को 68 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति थी. लेकिन रजिस्टर में 139 बच्चों का मध्यान भोजन दिखाया गया. इसके अलावा स्कूल के बच्चों ने पूछताछ के दौरान बताया कि समय पर अंडा और फल नहीं मिलता है, जिसको लेकर कार्रवाई के लिए वरीय पदाधिकारी को पत्र लिखा गया है. वहीं, वर्तमान में पदस्थापित प्रधानाध्यापिका कहकशा ने बताया कि हम अभी हाल फिलहाल में ही चार्ज लिए हैं. पुराने वाले प्रभारी का सब किया धराया है।
वार्ड सदस्य ने की थी शिकायत: दरअसल, मुस्तफापुर के वार्ड सदस्य ने अनुमंडल पदाधिकारी को एक लिखित शिकायत पत्र दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुस्तफापुर में मध्यान भोजन में भारी गड़बड़ी चल रही है. इस घोटाले की जांच गंभीरतापूर्वक कराई जाए।
“शिकायत मिली के बाद हमलोग स्कूल पहुंचे और सभी फाइलों को गंभीरता पूर्वक देखा. इस दौरान पता लगा कि 29 मई को बने हुए मध्यान भोजन में उपस्थित छात्र की कुल संख्या 68 थी और रजिस्टर में 139 बच्चों का मध्यान भोजन दिखाया गया. बच्चों से भी पूछताछ की गई तो बच्चों ने अंडा और फल नहीं मिलना बताया. जांच के बाद हम लोग दोषियों पर कार्रवाई करेंगे.” – सीमा कुमारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, धनरूआ