बिहार लोक सेवा आयोग(BPSC)और शिक्षा विभाग की मीटिंग खत्म हो गई है और इस बैठक में 1 लाख 70 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षक भर्ती परीक्षा के रिजल्ट जारी करने को लेकर फैसला हुआ है.इसके साथ ही पहली से पांचवी तक के लिए बीएड डिग्रीधारियों को रिजल्ट में शामिल नहीं करने का फैसला लिया गया है..3 लाख 90 हजार बीएड अभ्यर्थियों को राहत नहीं मिल पाई है.इसके साथ कई अन्य फैसला लिया गया है।
इसके साथ ही दूसरे फेज के शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर भी फैसला लिया गया है.अक्टूबर माह में दूसरे फेज की शिक्षक भर्ती को लेकर बीपीएससी की तरप से विज्ञापन निकाल जाएगा और नवंबर माह में परीक्षा हो सकती है।
वहीं अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट जांच में शिक्षकों को लगाए जाने को लेकर भी चर्चा हुई है.इस मुद्दे पर एसीएस केके पाठक और बीपीएससी चेयरमेन अतुल प्रसाद के बीच विवाद चल रहा था.इस विवाद को बढते देख सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को तलब किया था.उम्मीद जताई जा रही है कि सीएम नीतीश के हस्तक्षेप और आज बीपीएससी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद विवाद के थम सकती है।