नई दिल्ली, एजेंसी। दिग्गज उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। उनके निधन के बाद से उनकी विरासत किसे मिलेगी इसकी चर्चा शुरू हो गई। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 10 हजार करोड़ की उनकी निजी वसीयत से जुड़ी जानकारी सामने आई है।
रतन ने अपनी संपत्ति में भाई जिमी टाटा, सौतेली बहन शिरीन, डिएना जीजीभॉय, घरेलू कर्मचारियों और अन्य लोगों को हिस्सेदार बनाया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, टाटा के विश्वास पात्र शांतनु नायडू को भी वसीयत का हिस्सा बनाया गया है। रतन ने नायडू की कंपनी गुडफेलो में हिस्सेदारी छोड़ दी। साथ ही नायडू द्वारा शिक्षा के लिए गया पर्सनल लोन माफ भी कर दिया है। नायडू साल 2017 से टाटा ट्रस्ट से जुड़े हुए हैं।