भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चक्रवाती तूफान ‘मिधिली’ को लेकर भविष्यवाणी की है। विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान शनिवार को कमजोर हो जाएगा। यहां से वह त्रिपुरा और उससे सटे बांग्लादेश के ऊपर एक गहरे दबाव में बदल गया है। संभावना जताई जा रही है कि अगले 6 घंटों में यह दक्षिण असम और उससे सटे मिजोरम और त्रिपुरा के ऊपर बढ़ सकता है। बता दें कि बंगाल की खाड़ी पर गहरे दबाव का क्षेत्र बना था। लेकिन शुक्रवार को यह एक चक्रवाती तूफान में बदल गया। इस कारण संभावना जताई जा रही है कि पश्चिम बंगाल, ओडिशा समेत पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश हो सकती है।
चक्रवाती तूफान ‘मिधिली’ का खतरा
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने जानकारी दी कि 17 नवंबर की रात से 18 नवंबर की सुबह तक चक्रवाती तूफान बांग्लादेश तट को पार कर सकता है। 18 नवंबर तक मछुआरों को समंदर में न जाने को कहा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान सबसे पहले सुंदरबन पहुंचेगा। इसके बाद बांग्लादेश तट पर यह तूफान पहुंचा। आईएमडी बुलेटिन के मुताबिक, चक्रवाती तूफान मधिली कमजोर होकर त्रिपुरा और उससे सटे बांग्लादेश के ऊपर मैजडीकोर्ट (बांग्लादेश) से लगभग 50 किमी उत्तर-पूर्व और अगरतला से 60 किमी दक्षिण-पूर्व में गहरे दबाव में बदल गया है।
पूर्वी राज्यों में बारिश की संभावना
शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवाती तूफान के कारण जैसा मौसम बना था, वैसा ही मौसम शनिवार को भी बना रहेगा। वहीं मिजोरम जिला प्रशासन और जिला आपदा प्रबंधन द्वारा अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है। प्रशासन द्वारा लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। साथ ही बारिश के दौरान लोगों को एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है। वहीं त्रिपुरा के चार जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं आईएमडी ने आइजोल जिले में 17 से 18 नवंबर की सुबह 51 मिमी बारिश का अनुमान जताया गया है।