राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान एक पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार पर प्रेस संगठनों ने गहरी चिंता जताई है। द इंडियन न्यूजपेपर सोसाइटी और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने प्रेस की आजादी को लोकतंत्र का अहम हिस्सा बताते हुए राजनीतिक दलों से ऐसी स्थिति से बचने की अपील की है।
इंडियन न्यूजपेपर सोसाइटी ने नेताओं को दी नसीहत
रायबरेली में एक चैनल के पत्रकार के साथ हुए दुर्व्यहार पर गहरी चिंता जताते हुए इंडियन न्यूजपेपर सोसाइटी के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने कहा कि वे किसी भी राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं द्वारा पत्रकारों के साथ मारपीट करने की निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि नेताओं को भी किसी पत्रकार के खिलाफ अपशब्द बोलने से बचना जरूरी है, जो कार्यकर्ताओं को हिंसा के लिए उकसाने का काम करता हो।
पत्रकारों की सुरक्षा सर्वोपरि: एडीटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया
इसी तरह से एडीटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी पत्रकारों की सुरक्षा को सर्वोपरि बताया। गिल्ड ने भी नेताओं को चुनाव के दौरान तनाव वाले माहौल में बोलते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी, जिससे किसी भी व्यक्ति को किसी भी रूप में नुकसान न हो। उसके अनुसार, लोकतंत्र के लिए पत्रकारों को निर्भय होकर निष्पक्ष खबर देने की आजादी सुनिश्चित किया जाना जरूरी है।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि रायबरेली में राहुल गांधी ने सरकार पर ओबीसी विरोधी होने का आरोप लगाते हुए मीडिया पर भी सवाल खड़ा कर दिया। पत्रकार ने जब इस पर सवाल उठाया तो कार्यकर्ताओं ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया।