भारत ने मिशन चंद्रयान-3 पर कुल 615 करोड़ रुपये करीब (75 मिलियन डॉलर) खर्च किए हैं। यह खर्च हॉलीवुड- बॉलीवुड की कई महंगी फिल्मों के मुकाबले काफी कम है।
चंद्रयान-2 पर कुल 978 करोड़ का खर्च हुआ था। मिशन पर खर्च की तुलना करें तो दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाले द्वारका एक्सप्रेसवे पर नौ हजार करोड़ खर्च होगा। इसकी तुलना में चंद्रयान मिशन पर कम रकम खर्च हुई है। चंद्रयान-3 पर इसरो ने 615 करोड़ खर्च किए हैं। इसमें से 250 करोड़ लैंडर, रोवर और प्रोपल्सन मॉड्यूल पर 250 करोड़ खर्च हुए हैं। लॉन्च सर्विस पर 365 करोड़ रकम खर्च हुई है। स्वदेशीकरण और भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा विकसित तकनीक से मिशन के दौरान बड़ी रकम बची है।
रुस ने 200 करोड़ डॉलर खर्च किए
रूस ने लुना-25 मिशन पर 200 मिलियन डॉलर (करीब 1659) करोड़ की रकम खर्च की थी। हालांकि लैंडिंग के दौरान यान क्रैश हो गया। टॉम क्रूज की फिल्म मिशन इम्पॉसिबल- रेड रिकॉर्डिंग पार्ट वन का बजट 2386 करोड़ रुपये था जो चंद्रयान-3 से तीन गुना ज्यादा था। इसी तरह आदिपुरुष फिल्म पर 700 करोड़ रुपये की रकम खर्च हुई थी।
अमेरिका ने 1960 में अपने पहले लूनर मिशन पर 25.8 अरब डॉलर(दो लाख करोड़) रकम खर्च कर दी थी।