बिहार के अंचल अधिकारी सरकार के नियंत्रण से बाहर होते जा रहे हैं. अंचलाधिकारियों को किसी का डर नहीं रहा. शिकायत के बाद राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कार्रवाई करता है, इसके बाद भी सीओ की कार्यशैली में सुधार नहीं हो रहा. सत्ताधारी भाजपा के एक विधायक महिला सीओ की शिकायत लेकर मंत्री के पास पहुंचे. अंचलाधिकारी के खिलाफ सबूतों का पुलिंदा मंत्री को दिया. इसके बाद राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री ने मामले को गंभीर बताते हुए, जांच के आदेश दिए हैं.
सीओ नाजनी अकरम पर गंभीर आरोप
मामला पूर्वी चंपारण जिले के पताही अंचल के अंचलाधिकारी से जुड़ा है. स्थानीय भाजपा विधायक लाल बाबू गुप्ता ने पताही अंचल के सीओ नाजनी अकरम के खिलाफ शिकायत का पुलिंदा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री को दिया. इसके बाद मंत्री ने मामले को गंभीर बताते हुए, पूर्वी चंपारण के समाहर्ता(DM) से जांच कराने का आदेश दिया है.
मंत्री ने मामले को बताया है गंभीर,समाहर्ता से जांच कराने का दिया है आदेश
बिहार के चकबंदी निदेशक राकेश कुमार ने 17 जनवरी 2025 को ही पूर्वी चंपारण के समाहर्ता को पत्र लिखा है.जिसमें कहा गया है कि पताही अंचल के अंचल अधिकारी नाजनी अकरम के खिलाफ विधायक लालबाबू प्रसाद गुप्ता ने शिकायत पत्र दिया है. जिसमें अंचल अधिकारी द्वारा मनमाने तरीके से अंचल का कार्य करने,जनप्रतिनिधियों का सम्मान नहीं करने, आमजनों का कार्य नहीं करने, रिश्वत लेने जैसे गंभीर शिकायत प्रतिवेदन हैं. इस शिकायत पत्र पर विभाग के मंत्री का ”मामला गंभीर है, उच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन का मामला है. समाहर्ता पूर्वी चंपारण से जांच प्रतिवेदन प्राप्त करें.” का आदेश दिया गया है . ऐसे में इन शिकायतों की त्वरित जांच कर जांच प्रतिवेदन विभाग को यथाशीघ्र उपलब्ध कराएं.
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