मोदी कैबिनेट बैठक में आज बिहार के लिए बड़ा फैसला लिया गया है. कोसी-मेची अंतर-राज्यीय लिंक परियोजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई-एआईबीपी) के तहत शामिल करने की मंजूरी दी गई है। इस परियोजना की कुल लागत 6,282.32 करोड़ रुपये है, जिसमें केंद्र सरकार 3,652.56 करोड़ की सहायता देगी। पूर्वी कोसी मुख्य नहर (EKMC) का 41.30 किमी पुनर्निर्माण और 117.50 किमी विस्तार किया जाएगा, जिससे खरीफ सीजन में 2,10,516 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी. इसके अलावा पटना-आरा-सासाराम फोरलेन को भी मंजूरी मिल गई है.
बता दें, कोसी बराज से मेची नदी तक यह परियोजना 117.5 किमी लंबी होगी. इस योजना के तहत वीरपुर से फारबिसगंज तक मुख्य पूर्वी नहर का किशनगंज के मेची नदी तक विस्तार किया जायेगा. इससे अररिया के फारबिसगंज तक मुख्य पूर्वी नहर 41.3 किमी बना हुआ है. इसी नहर का मेची नदी तक 76.2 किमी विस्तारीकरण होगा.
इस नहर की क्षमता भी बढ़ायी जाएगी.1962 में बने नहर का डिजाइन डिस्चार्ज फिलहाल 425 क्यूमेक(घनमीटर) है, जिसकाे बढ़ाकर 573 क्यूमेक किया जाएगा.पूरी नहर परियोजना से सिंचाई के लिए चार ब्रांच कैनालऔर छह वितरणी नहर होगा.