मोदी सरकार 3.0 के आगाज के साथ नई सरकार ने काम शुरू कर दिया है। कैबिनेट मंत्री बनाए गए जीतनराम मांझी का कहना है कि इस बार पहले से कठिन कदम उठाना है, पीएम का दृढ़ संकल्प है कि अगले पांच सालों में भारत को दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था में लाना है इसके लिए मंत्रियों को टास्क दिया गया है।
मंत्रियों से कहा गया है कि वो हफ्ते के शुरुआती चार दिनों में कोई मंत्री अपना ऑफिस छोड़कर बाहर नहीं जाएगा। इंडिया टीवी से बात करते हुए मांझी ने बताया, ”प्रधानमंत्री ने हम लोगों को टास्क दिया है कि आप सोमवार, बुध, मंगल और गुरु चार दिन हेटक्वार्टर छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे। सरकारी काम है उसमें लगे रहेंगे, उसके बाद अपने क्षेत्र में जाएंगे।”
मांझी सबसे बुजुर्ग मंत्री
बता दें कि मोदी मंत्रिमंडल में 79 वर्षीय जीतन राम मांझी सबसे बुजुर्ग मंत्री बने हैं। मांझी ने मोदी सरकार के तीसरे कार्याकाल में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। वह बिहार के 23वें मुख्यमंत्री रह चुके हैं और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक अध्यक्ष हैं। इससे पहले, वह नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2024 के आम चुनावों में गया सीट से जीत हासिल की है। अन्य युवा मंत्रियों में चिराग पासवान और जयंत चौधरी शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी और 71 मंत्रियों ने रविवार को शपथ ली।
5 साल बाद कैबिनेट में लौटे जेपी नड्डा
मोदी सरकार 3.0 में इस बार कुछ नए चेहरों को भी मौका दिया गया है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पांच साल बाद कैबिनेट में लौटे हैं जबकि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। वहीं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मोदी कैबिनेट में नए चेहरे हैं। इसके साथ-साथ मोदी कैबिनेट में 18 सीनियर नेताओं को भी जगह दी गई है। हिंदुस्तान के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब कोई नेता लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बना है। इससे पहले ये रिकॉर्ड जवाहर लाल नेहरू के नाम था, अब नरेंद्र मोदी के भी नाम हो गया है।