आधी आबादी को 33 फीसदी आरक्षण देनेवाली मोदी सरकार ने 10 फीसदी महिलाओं को बनाया मंत्री, 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों को कैबिनेट में किया शामिल, पढ़िए पूरी खबर
रविवार को नरेन्द्र मोदी के साथ 71 मंत्रियों ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में शपथ ले लिया है। पीएम मोदी की इस बार की टीम में 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं। मोदी की इस टीम में खासकर अनुभव और महिला सशक्तिकरण का खास ख्याल रखा गया है। यही वजह है की इस मंत्रिमंडल में जहाँ 7 महिलाओं को शामिल किया गया है। वहीँ 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी जगह दी गयी है। महिला मन्त्रियों की बात करें तो सबसे पहले नाम आता है निर्मला सीतारमण का, जो बीजेपी से राज्यसभा सदस्य है। निर्मला सीतारमण पिछली सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री थीं। जबकि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वह रक्षामंत्री भी रह चुकी हैं। अन्नपूर्णा देवी झारखंड की रहनेवाली हैं, जो पहले राजद से जुड़ी थीं। पति के निधन के बाद वह बीजेपी में शामिल हो गईं। ओबीसी नेता अन्नपूर्णा देवी केंद्रीय मंत्रिमंडल में दूसरी महिला हैं। उन्हें राज्य में कुछ दिनों बाद होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी को मजबूत करने में प्रमुख नेता के रूप में देखा जा रहा है। बीजेपी की सावित्री ठाकुर मध्य प्रदेश की प्रमुख आदिवासी नेता हैं, जिन्होंने रविवार को राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। 2019 में उन्हें टिकट नहीं दिया गया। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में धार सीट से जीत हासिल की। उधर बीजेपी की नीमूबेन बंभानिया पहले टीचिंग फिल्ड में थीं। इसके अलावा वह 2009-10 और 2015-18 के बीच दो कार्यकालों के लिए भावनगर के मेयर के रूप में कार्य किया और 2013 और 2021 के बीच बीजेपी महिला मोर्चा की राज्य इकाई की उपाध्यक्ष थीं। लोकसभा चुनाव में गुजरात के भावनगर में उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी के उमेश मकवाना को 4.55 लाख मतों के बड़े अंतर से शिकस्त दी। नीमूबेन बंभानिया को भी मोदी कैबिनेट में राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया हैं।
बीजेपी की रक्षा खडसे के पति निखिल ने 2013 में महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में एनसीपी नेता मनीष जैन से मामूली हार के बाद आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद रक्षा खडसे ने 2014 में जैन के खिलाफ रावेर में लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उन्होंने 2014 में फिर से तीन लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की। 2024 के लोकसभा चुनावों में, उन्होंने एनसीपी उम्मीदवार श्रीराम पाटिल के खिलाफ 2.72 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की। खडसे के पास कंप्यूटर साइंस में बीएससी की डिग्री है। मोदी कैबिनेट में राज्यमंत्री के तौर पर उन्होंने शपथ ग्रहण किया है।
जबकि कर्नाटक से बीजेपी नेत्री शोभा करंदलाजे पहले केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री थीं। राज्य के बीजेपी के कद्दावर नेता बीएस येदियुरप्पा की करीबी विश्वासपात्र करंदलाजे तीन बार लोकसभा सदस्य रही हैं। करंदलाजे ने कांग्रेस के एमवी राजीव गौड़ा को हराकर बैंगलोर उत्तर लोकसभा क्षेत्र से 2,59,476 के अंतर से जीत हासिल की और बेंगलुरु की पहली महिला सांसद बनीं। अंतिम महिला मंत्री अपना दल की अनुप्रिया पटेल अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कुर्मी समुदाय की एक प्रमुख नेता हैं और अपना दल के संस्थापक स्वर्गीय डॉ. सोनेलाल पटेल की बेटी हैं। पिछली सरकार में वे वाणिज्य राज्य मंत्री थीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर सीट पर समाजवादी पार्टी के रमेश चंद बिंद को 37,810 मतों के अंतर से हराया।
अनुभव की बात करें तो मोदी 3.0 में 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों को शामिल किया गया है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के नेता राजनाथ सिंह, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, एचडी कुमारास्वामी, जीतन राम मांझी और सर्बानंद सोनोवाल जैसे बड़े नाम शामिल हैं। राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के सीएम रह चुके हैं। वहीं, मनोहर लाल खट्टर हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, सर्बानंद सोनोवाल असम के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। जीतनराम मांझी बिहार के तो एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के सीएम रह चुके हैं।
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