‘मोदी के सितारे हैं बुलंद’ ज्योतिषीय गणना भी कर रही एग्जिट पोल को सपोर्ट, राहुल को अभी करना होगा इंतजार

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2024 के लोकसभा चुनाव की वोटिंग संपन्न हो चुकी है और अब देश की जनता को बेसब्री से 4 जून का इंतजार है. 4 जून को ईवीएम खुलेंगे और इसके साथ किसी के हिस्से खुशी आएगी तो किसी के हिस्से गम आएगा. वोटिंग के बाद हुए एग्जिट पोल बता रहे हैं कि देश में एक बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही है तो ज्योतिषीय गणना भी एग्जिट पोल के परिणाम को सपोर्ट कर रही है. मोदी की कुंडली में सितारे बुलंद हैं और राहुल गांधी के सितारे कह रहे हैं कि अभी इंतजार तो करना ही पड़ेगा।

क्या कहती है पीएम मोदी की कुंडली ?: क्या 4 जून को नतीजे NDA के पक्ष में रहनेवाले हैं और क्या नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश की बागडोर संभालेंगे ? इसको लेकर ईटीवी भारत ने ज्योतिषाचार्य डॉ. श्रीपति त्रिपाठी से खास बातचीत की. श्रीपति त्रिपाठी ने मोदी की कुंडली खंगाली और बताया कि 17 सितंबर 1950 को सुबह 11 बजे गुजरात के मेहसाणा में नरेंद्र मोदी का जन्म है. ये जानकारी बता रही है कि इनकी कुंडली वृश्चिक लग्न की है।

मोदी की कुंडली में रूचक योगः श्रीपति त्रिपाठी बताते हैं कि “पीएम मोदी की राशि वृश्चिक है और चंद्र कुंडली की बात करें तो वो भी वृश्चिक है. लग्न कुंडली भी वृश्चिक ही है.लग्न में मंगल का बैठना यह रूचक योग का सृजन कर रहा है. वहीं पंचम स्थान में राहु बैठे हैं और इससे ये पता चलता है की पंचम स्थान धर्म का स्थान है, विद्या का स्थान है, कूटनीति का स्थान है. ऐसे जातक विलक्षण होते हैं. जो कोई कार्य नहीं कर पाता है वह यह जातक करते हैं, जिसको कोई रास्ता नहीं सूझेगा रास्ता यहीं से मिलेगा.”

“नरेंद्र मोदी के दशम स्थान में शनि और शुक्र बैठे है.दशम स्थान में जो सत्ता स्थान है, जो क्राउन स्थान चतुर्थ स्थान का स्वामी जो है वह क्राउन भाव का स्वामी दशम स्थान में बैठा हुआ है. शनि जो है उनके लिए सत्ता के कारक हैं. शनि सत्ता में सहयोगी भी बन रहे हैं दशम स्थान का शनि दशम स्थान का राहु जातक को बहुत बड़ा राजनीतिक बनता है इनके एकादश स्थान में उच्च के बुद्ध विराजमान है. सूर्य बुधवार लाभ स्थान में बैठे हो तो तो सारे ग्रह लाभ स्थान में बैठकर काफी मजबूत हो जाते हैं.” श्रीपति त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य

राजनीति में लाभ वाला योगः श्रीपति त्रिपाठी के मुताबिक “प्रधानमंत्री की कुंडली यह बता रही है कि दशम भाव का स्वामी जो है वह सूर्य है जो एकादश स्थान में बैठा हुआ है. इससे लाभ का योग बन रहा है.राजनीति में जो काम होगा वो बिल्कुल लाभ वाला होगा. देश को लाभ मिलेगा, जनता को लाभ मिलेगा.”

“नरेंद्र मोदी की कुंडली से साफ होता है कि उनका तीसरी बार पीएम बनना तय है, लेकिन 400 पार का नारा जो है वह पूरा नहीं होगा . नरेंद्र मोदी की कुंडली देखकर गणना की जा सकती है कि एनडीए गठबंधन को 320 से लेकर 350 सीट आएंगी और मोदी 2029 तक प्रधानमंत्री ये टर्म भी पूरा करेंगे.”श्रीपति त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य

क्या कहती है राहुल की कुंडली ?: राहुल गांधी को लेकर की ज्योतिषाचार्य डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी ने कहा कि “राहुल गांधी का जन्म 18 जून 1970 को रात 9 बजकर 52 मिनट पर है. जन्म स्थान दिल्ली है. राहुल की जन्म कुंडली बता रही है कि इनकी कुंडली मकर लग्न की है. दूसरे स्थान में राहु विराजमान हैं.नीच के चतुर्थ स्थान में शनि विराजमान हैं जो क्राउन भाव के स्वामी होते हैं. ऐसे में चतुर्थ भाव अगर मजबूत होता है तो ही आपको सुख-ऐश्वर्य मिलेगा.”

“इतने बड़े व्यक्ति के पुत्र होने के बावजूद भी राहुल गांधी को संघर्ष करना पड़ रहा है. इसका कारण ये है कि चतुर्थ भाव में क्राउन भाव के जो स्वामी है वह नीच के हैं.राहुल गांधी की कुंडली में पंचम स्थान में बुध है इसलिए बोलते भी बहुत अच्छा हैं.छठे स्थान में सूर्य मंगल की स्थिति विराजमान है, सातवें स्थान में शुक्र शत्रु गृही विराजमान है. अष्टम स्थान में केतु है और दशम स्थान में इनके भी गुरु है. राशि वृश्चिक बता रही है. वर्तमान में जो दशाएं लगी हुई है वह मंगल की दशा है और राहु का अंतर चल रहा है.” श्रीपति त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य

राहुल को करना होगा इंतजारः श्रीपति त्रिपाठी का कहना है कि 2022 के बाद राहुल गांधी का क्रेज बढ़ा है,कद बड़ा हुआ है. लोग इनको पसंद करने लगे हैं.जनमानस में इनका व्यक्तित्व एक अलग छाप छोड़ने लगा है. लेकिन फिलहाल मंगल राहु की जो ज्योति है यह अंगारक नामक ग्रहों का सृजन कर रही है, इसलिए बहुत करीब पहुंचकर भी इनका लाभ नहीं मिल पाएगा. इंडी गठबंधन 100 सीट भी पार कर ले तो ये ईश्वर की कृपा होगी।

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