बिहार से नाराज चल रहा मानसून, इन जिलों में छिटपुट बारिश के बावजूद उमस भरी गर्मी से राहत नहीं
बिहार में पिछले एक महीने से गर्मी से लोग परेशान हैं. मौसम विभाग रोज बारिश को लेकर संभावना जता रहा है लेकिन बादल है कि बरसता नहीं है. हालांकि बिहार के कोसी-सीमांचल और पश्चिम चंपारण के कुछ इलाके में हल्की बारिश हुई थी लेकिन कोई खास प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है. गर्मी से लोगों को परेशानी हो रही है. जानिए बिहार के जिलों का क्या हाल है?
बारिश के बाद भी गर्मी से राहत नहींः मौसम विभाग के मुताबिक सीमांचल और पश्चिम चंपारण इलाके में रोज बारिश हो रही है. रविवार को भी अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, बेतिया में बारिश की संभावना जतायी गयी है. इसके साथ सीतामढ़ी, मधुबनी और शिवहर में भी बारिश की संभावना जतायी है. इसको लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. लेकिन खास असर नहीं देखने को मिल रहा है।
तापमान बढ़ने से गर्मी की मारः कोसी के कटिहार में दो दिन पहले बारिश हुई थी. रविवार को भी आसमान में बादल छाए हुए हैं लेकिन बारिश नहीं हो रही है. पूर्णिया में पिछले तीन दिनों से तापमान बढ़ा हुआ दर्ज किया गया है. गर्मी से लोग परेशान रहे हैं. मौसम विभाग के अनुसार पूर्णिया का तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस रह रहा है. कोसी-सीमांचल और पश्चिम चंपारण को छोड़ दें तो कहीं भी बारिश नहीं हो रही है. बक्सर जिले में तेज धूप के कारण प्रचंड गर्मी पड़ रही है. वहीं पूर्व हवा के कारण उमस भी है. सुपौल में शनिवार की दोपहर बारिश हुई थी लेकिन रविवार को प्रचंड धूप है. जिले का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
भागलपुर में मात्र 5 दिन बारिशः भागलपुर की भी यही स्थिति है. पूरे महीने मात्र 4 से 5 दिन ही अच्छी बारिश हुई है. बारिश नहीं होने से तेज गर्मी पड़ रही है. दिन की अपेक्षा रात में लोग गर्मी से अधिक परेशान हो रहे हैं. बिजली कटौती के कारण भी गर्मी से परेशानी बढ़ रही है. इसके अलावे समस्तीपुर में कई दिनों से बारिश नहीं हो रही है. तापमान बढ़ने से गर्मी का कहर झेलने के लिए लोग मजबूर हैं. छपरा में भी बारिश नहीं हो रही है और भीषण गर्मी भी पड़ रही है. यही हाल गया का भी है. यहां भी कभी धूप तो कभी बादल से लोग परेशान हैं।
अनुमान के मुताबिक बारिश नहींः पूर्वी चंपारण जिला में मौसम ने काफी दगा दिया है. जून और जुलाई महीने में औसत से कम बारिश हुई है. जून महीने में औसत बारिश 181.10 mm होना चाहिए थी लेकिन मात्र 92.64 mm बारिश हुई है. इसी प्रकार जुलाई महीने में औसत बारिश 366 mm बारिश होनी चाहिए थी. 12 जुलाई तक केवल 92.64mm बारिश हुई. बारह जुलाई के बाद बारिश नहीं हुई है. इससे फसल को भी काफी नुकसान हो रहा है।
धान रोपाई के लिए हो रहा लेटः बक्सर जिले में बारिश नहीं हो रही है. प्रचंड गर्मी के बीच आसमान पूरी तरह से साफ है. हालांकि 27 जुलाई को कुछ इलाके हल्की बारिश हुई थी. जिले में 27 जुलाई 2024 तक 199.63 एमएम बारिश हुई है. ठीक से बारिश नहीं होने के कारण कारण जिले में अब तक औसतन धान की रोपनी 45.670 प्रतिशत ही हुआ है. 15 अगस्त धान की रोपनी का सबसे अंतिम समय माना जाता है।
किसानों को बारिश का इंतजारः शेखपुरा में दो दिन पहले बारिश हुई थी. करीब 13 मिलीमीटर बारिश हुई थी. उसके बाद से उमस भरी गर्मी बरकरार है बादल छाए हुए हैं. जमुई में शनिवार को हल्की बारिश हुई थी. आज बादल और धूप के बीच आंख-मिचौली चल रही है. किसान झमाझम बारिश के इंतजार में हैं ताकि फसल को फायदा हो सके. लखीसराय में बादल छाए हुए हैं लेकिन बारिश नहीं हो रही है।
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