दक्षिण-पश्चिम मानसून देश के पश्चिमी भाग से लौटने लगा है। दो से तीन दिनों में बिहार से भी मानसून लौट जाने की उम्मीद है। रविवार को राज्य के अधिकांश भागों में मौसम सामान्य रहा। उत्तरी बिहार के कुछ भागों में हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई।
उतार-चढ़ाव अभी जारी रहेगा
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि प्रदेश के वातावरण में उतार-चढ़ाव अभी जारी रहेगा। 15 अक्टूबर के बाद ही राज्य के मौमस में बड़ा बदलाव हो सकता है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि देश के पश्चिमी राज्यों से मानसून लौट चुका है। लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर बंगाल की खाड़ी तक मानसून के वर्षा कभी-कभी हो रही है।
अगले दो से तीन दिनों में बिहार से भी मानसून के लौट जाने का आसार है। वहीं, कृषि विज्ञानी एवं आत्मा के उप परियोजना निदेशक वृजेन्द्र मणि का कहना है कि हथिया की वर्षा के बाद मौसम साफ होना बहुत जरूरी है। इस वर्ष राज्य में हथिया में अच्छी वर्षा हुई है। वहीं, किसान सुदामा पाठक का कहना है धान की फसल के लिए मौसम काफी अनुकूल है।
फिर बढ़ने लगी प्रदूषण की मात्रा
प्रदेश में प्रदूषण की मात्रा एक बार फिर से बढ़ने लगी है। पूर्व के दिनों में मानसून की वर्षा होने से राजधानी सहित प्रदेश के अधिसंख्य शहरों का वातावरण काफी साफ था। परंतु राज्य में जैसे-जैसे वर्षा थमती जा रही है, प्रदूषण की मात्रा एक बार फिर बढ़ने लगी है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डा.डीके शुक्ला का कहना है कि राज्य में प्रदूषण की स्थिति मौसम पर आधारित है।