केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश करने के बाद शनिवार को संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि आयकर स्लैब में बदलाव से लोगों की जेब में अच्छा पैसा बचेगा। उन्होंने कहा कि आयकर छूट सीमा को सालाना सात लाख रुपये से बढ़ाकर 12 लाख रुपये करने के बाद और एक करोड़ लोगों को अब कोई कर नहीं देना होगा।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने आयकर दर में बदलाव से लोगों के हाथों में पर्याप्त पैसा दिया है। बजट में 12 लाख रुपये से अधिक आय वाले और नई कर व्यवस्था के तहत आईटीआर दाखिल करने वालों के लिए 2025-26 में अर्जित आय पर कर देनदारी की गणना के लिए कर स्लैब को संशोधित किया गया है। उन्होंने कहा कि हमने मध्यम वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए कर दरें कम की हैं।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार अगले सप्ताह नया कर बिल पेश करेगी। उन्होंने उम्मीद जताई की यह बिना किसी कठिनाई के संसद से पास हो जाएगा। नया कर बिल संसद की स्थायी समिति को भेजा जाएगा।
विकास, नवाचार और अनुसंधान को बढ़ावा अर्थव्यवस्था में निवेश के तहत बजट में परमाणु ऊर्जा मिशन, एक लाख करोड़ का शहरी चुनौती मिशन और अगले 10 वर्षों में 120 नए गंतव्य स्थलों तक चार करोड़ लोगों को हवाई यातायात की सुविधा प्रदान करने के लिए संशोधित ‘उड़ान’ स्कीम को लाया जाएगा। उड़ान स्कीम के तहत पर्वतीय, आकांक्षी जिलों और पर्यटन के लिहाज से अहम क्षेत्रों को हैलीपेड व हवाई पट्टी के माध्यम से जोड़ा जाएगा। नवाचार में निवेश के तहत नेशनल जियो स्पेटियल मिशन, ज्ञान भारतम मिशन और प्रधानमंत्री अनुसंधान फैलोशिप की घोषणा की गई है। बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 74 से बढ़ाकर 100 करने का भी ऐलान किया गया।
कर राजस्व बढ़ने की उम्मीद
वित्त सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में कर राजस्व में बदलाव का अनुपात 1.42 रहने का अनुमान है जो चालू वित्त वर्ष में दो प्रतिशत से कम है। हमें कर छूट के कारण राजस्व में होने वाले नुकसान को देखते हुए कर राजस्व में मध्यम स्तर पर उछाल का अनुमान है। 75 प्रतिशत आयकर दाखिल करने वाले नई आयकर व्यवस्था में आ चुके हैं।
बिहार पर विशेष ध्यान
केंद्र सरकार का ध्यान एनडीए में शामिल जेडीयू शासित बिहार पर खासा रहा। इस वर्ष के अंत में राज्य के अंदर विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में केंद्रीय बजट में बिहार से जुड़ी हुई घोषणाएं की गईं। इनमें नए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट, मखाना बोर्ड, पटना आईआईटी का विस्तार, बुद्ध से जुड़े हुए पर्यटन स्थलों का विकास और कोसी मिथिलांचल परियोजना का ऐलान शामिल है।