भागलपुर : सिंह नक्षत्र के प्रवेश के साथ ही शुक्रवार की रात्रि 12 बजे के बाद विभिन्न जगहों पर मां विषहरी की प्रतिमाएं बेदी पर विराजमान हो गई। श्रद्धालु शनिवार की सुबह पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद रात में बाला लखेंद्र और बिहुला की शादी संपन्न कराई जाएगी।
भागलपुर, नवगछिया और चंपानगर में 110 से अधिक प्रतिमाएं बेदी पर विराजमान हुई हैं। शुक्रवार को भगत और पूजा समिति से जुड़े लोगों ने गंगा स्नान कर कलश भरा। रात में विभिन्न स्थानों पर निशा पूजा की गई। बूढ़ानाथ रोड स्थित आरके लेन के अध्यक्ष निरंजन सिंह ने बताया कि सिंह नक्षत्र में प्रवेश के बाद यहां प्रतिमा स्थापित की गई है। इशाकचक ईश्वरनगर में रात में प्रतिमा स्थापित हो गई। संजय कुमार शर्मा ने बताया कि अहले सुबह चार बजे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए पट को खोल दिया गया। विषहरी पूजा केंद्रीय समिति भागलपुर के कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि शनिवार को पहला डलिया यानी कुंवारी डलिया चढ़ाया जाएगा।
उधर, चंपानगर प्राचीन विषहरी मंदिर में शुक्रवार देर रात वेदी पर मां मनसा की प्रतिमा स्थापित की गई। 17 अगस्त सिंह नक्षत्र के प्रवेश काल में प्रत्येक वर्ष बिहुला मनसा पूजा बड़े धूमधाम से की जाती है।