बिहार के नालंदा में मां का श्राद्धकर्म पूरा कर शुद्धिकरण के लिए गंगा स्नान करने गया परिवार हादसे का शिकार हो गया. एनएचएआई के बिहार/झारखंड के रीजिनल हेड अवधेष कुमार सिन्हा सहित 4 अभी भी लापता. घटना को लेकर अवधेष कुमार के बड़े भाई अलख देव प्रसाद ने बताया कि मां बितेश्वरी देवी का 10 दिन पूर्व आकस्मिक निधन हो गया था. उनका क्रियाक्रम पूरा होने के बाद परिवार के 20 से 25 सदस्य एक साथ बस से गंगा दशहरा के शुभ अवसर पर शुद्धिकरण के लिए गंगा स्नान करने बाढ़ गए थे।
गंगा स्नान करने गया था परिवार: गंगा स्नान कर परिवार के सदस्य नाव पर सवार होकर लौट रहे थे. अचानक नाव असंतुलित हो गई और सभी डूब गए. पहली बार जब पीड़ित परिवार घाट पर गया तो नाविक ने दो बार में सभी को उमानाथ घाट पर पहुंचाया था. स्नान के बाद लौटते समय एक बार में परिवार के सभी सदस्यों को नाविक ने नाव पर सवार कर लिया था, जिसके बाद नाव कुछ दूर जाकर असंतुलित होने से पलट गया. वहीं परिजनों ने बताया कि श्राद्धकर्म का काम पूरा होने के बाद सभी शुद्धि करण के लिए बाढ़ गए थे. लापता लोगों में हरदेव प्रसाद उनका पुत्र नीतीश कुमार, अवधेश कुमार सिन्हा और उनका भांजा शामिल है।
लापता 4 लोगों में एनएचएआई के रेजिनल हेड: सभी को बचाने के लिए नाविक और स्थानीय गोताखोरों ने नदी में छलांग लगा दी. उनकी मदद से 13 लोगों को बचा लिया गया जबकि एक महिला को कुछ देर बाद रेस्क्यू किया गया. हालांकि अभी भी 4 लोग लापता हैं. जिसके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन पटना की एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम चला रही है. लापता लोगों में अवधेश कुमार सिन्हा जो एनएचएआई के बिहार/झारखंड रेजिनल हेड भी शामिल हैं. वो फरवरी महीने में ही रिटायर्ड हुए थे और परिवार के साथ गांव में रहने लगे थे।
“मां का श्राद्धकर्म पूरा कर शुद्धिकरण के लिए गंगा स्नान करने पूरा परिवार गया था, उसी दौरान नाव पलट गई. इतना बड़ा आयोजन होता है लेकिन सुरक्षा व्यवस्था कुछ भी नहीं थी. अगर समय रहते बचाव दल होता तो आज इतना बड़ा हादसा नहीं होता.”-अवधेष कुमार, पीड़ित