मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले में पुलिस का खौफ खत्म होते दिख रहा है। मोतिहारी में 24 घंटे के अंदर दुबारा पुलिस पर हमला हुआ है. शराबी को पकड़ने गई उत्पाद विभाग की टीम पर हमला हुआ है. जिसमें होमगार्ड के एक जवान की मौत हो गई है। घोड़ासहन के झरोखर बम बाजार की घटना है।
घटना बीते देर रात की बताई जा रही है. घोड़ासहन चौकी के उत्पाद विभाग की टीम झरोखर गांव के बम बाजार मे छापामारी कर रही थी कि मौके पर मोटरसाइकिल पर सवार गांव के ही वार्ड सदस्य नशे में धुत होकर पहुंचा. जिसे पुलिसकर्मियों ने रोका और जांच में शराब के नशे में पाया. टीम ने उसे गिरफ्तार करने का प्रयास किया. इस दौरान पुलिस और वार्ड सदस्य के बीच कहासुनी और शोर-शराबा होने लगी. शोर-शराबा पर झरोखर गांव के ग्रामीण इकट्ठा हो गए और उत्पाद विभाग की टीम पर लाठी-डंडे और ईट पत्थर से हमला बोल दिया।
छह की संख्या में जांच कर रही उत्पाद विभाग की टीम भागने लगी. ग्रामीणों के हमले में टीम के सभी सदस्यों को चोट आई. इस दौरान होमगार्ड के एक जवान हृदय नारायण राय ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गए. जहां ग्रामीणों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी. पिटाई से जवान की मौत हो गई।
मृतक होमगार्ड का जवान हृदय नारायण राय जितना थाना क्षेत्र के रेगनिया के निवासी थे. छापामारी दल में साथ गए होमगार्ड के जवान कमल देव कुमार ने बताया कि छापामारी के दौरान एक व्यक्ति को रोका गया. जो मोटरसाइकिल पर सवार था और नशे में धुत था. मौके पर उसके मोटरसाइकिल की डिक्की से शराब की बोतलें बरामद किया गया . जिसे पुलिस गिरफ्तार कर लाना चाही कि वह हंगामा करने लगा. उसके हंगामा से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण लाठी डंडे से लैस होकर पहुंचे और जांच टीम पर हमला बोल दिया. जिसमें जांच टीम के सभी सदस्यों को चोटे आई. होमगार्ड का जवान हृदय नारायण राय को गंभीर चोट लगने से मौके पर ही मौत हो गई।
उत्पाद विभाग के अधिकारी रंजीत और राजेश राय के नेतृत्व में झलोखर गांव के बम बाजार में छापामारी की गई थी. इसके अलावा बात दें कि पूर्वी चम्पारण जिला के पीपरा थाना के सरीयतपुर तुरहा टोली गांव में छापामारी करने गयी पुलिस टीम पर भी ग्रामीणों ने हमला किया था. रविवार की रात्रि में हुए हमले के पीपरा थाना के एक अधिकारी सहित छह पुलिस के जवानों को चोटें आई थी. दो दिनों में पुलिस टीम पर यह हमला की दूसरी घटना है।