शिवहर की सांसद लवली आनंद अपने पति आनंद मोहन के साथ रात के 9 बजे सीतामढ़ी के बैरगनिया स्थित सरकारी अस्पताल में निरीक्षण के लिए पहुंचीं। इस दौरान डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं थे। जब लवली आनंद और आनंद मोहन ने अस्पताल के कर्मचारी से जब यह पूछा कि डॉक्टर साहब कहां है? तब अस्पताल के कर्मचारी ने जवाब दिया कि वो खाना खाने के लिए गये हुए हैं।
तब आनंद मोहन ने पूछा कि मरीजों को आज खाने में क्या दिया गया है? आनंद मोहन की बातें सुनकर कर्मचारी के होश उड़ गए। वहां मौजूद किसी को पता तक नहीं था कि हॉस्पिटल में खाना भी बनता हैं। जबकि सरकार हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों को खाना भी उपलब्ध कराती है लेकिन अस्पताल का प्रभारी सब पैसा खा जाता है। भोजन की थाली मरीजों तक नहीं पहुंच पाती है। शायद यही हाल यहां का भी है।
आनंद मोहन ने जब सिविल सर्जन से इस संबंध में फोन पर बात की। कहा कि आप लोग जल्द से जल्द बैरगनिया हॉस्पिटल की स्थिति में सुधार कीजिए। अब हम फोन नहीं करेंगे यह पहली चेतावनी है कि हॉस्पिटल की स्थिति सुधारिये। नहीं तो हम सुधार देंगे। यहां आने वाले मरीजों को रेफर करने के बजाय इलाज कीजिए यहां की व्यवस्था दुरुस्त कीजिए।
उन्होंने सिविल सर्जन से कहा कि मरीज को इलाज, रहने और खाने की व्यवस्था कीजिए। यहां के डॉक्टर को भी पता नहीं कि आज मरीज को किसी कलर का बेड शीट देना है। प्रत्येक दिन मरीज का बेड शीट चेंज करना होगा। बार बार फ़ोन नहीं करूंगा यह पहली चेतावनी हैं आप लोग हॉस्पिटल को सुधार कीजिये नहीं तो हम सुधार कर देंगे।