देश के गृह मंत्री अमित शाह पर वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी को आपत्तिजनक बयान देना महंगा पड़ा है। सहनी के बयान के 12 घंटे के भीतर उन्हें केंद्र से मिली वाई प्लस सुरक्षा हटा ली गई है। वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देवी ज्योति ने इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल इस संबंध में गृह मंत्रालय की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन उनके सुरक्षा में तैनात सभी जवान हटा लिए गए हैं। IB की रिपोर्ट के आधार पर फरवरी 2022 में मुकेश सहनी को वाई प्लस की सुरक्षा दी गई थी। उनकी सुरक्षा में केंद्रीय सुरक्षा बल के 26 जवान, पिछले 14 महीने से लगातार तैनात थे।
मुकेश सहनी की सुरक्षा हटाए जाने पर वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि हमारी Y श्रेणी की सुरक्षा छीन कर क्या कर लोगे? हमारी हिफाजत और सुरक्षा तो बिहार की गरीब जनता करती है।आपकी तानाशाही से हमारे नेता, हमारे समाज को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। हम कल भी गरीबों के सम्मान के लिए लड़े थे और आगे भी लड़ते रहेंगे। बीजेपी-आरएसएस को एक गरीब मल्लाह के बेटे से डर लगता है। जब तक शरीर में जान है, तब तक गरीबों के लिए लड़ते रहेंगे।
वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने पटना में एयरपोर्ट पर कहा था कि झंझारपुर में अमित शाह ने मंडल कमीशन रोक के रखने वाला बयान दिया था। तो 10 साल से आप ताली बजा रहे थे क्या? क्यों नहीं मंडल कमीशन को लागू किया। सहनी के इस बयान के बाद सियासी घमासान मच गया था। बीजेपी और जदयू के नेताओं की तरफ से सहनी को सियासी गंवार तक कह दिया गया था। अब शाम होते-होते उनकी सुरक्षा में तैनात केंद्रीय बल हटा दी गई।