बक्सर: जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर धनसोई पंचायत के मुखिया तुलसी साह और उसके सहयोगी पर बड़ा फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगा है. इसके कारण 22 महादलित परिवारों के घर का चूल्हा ठंडा पड़ गया है.
मुखिया पर महादलित परिवारों का पैसा निकालने का आरोप:
पीड़ितों ने बताया कि आईकार्ड बनवाने की बात कहकर मुखिया उन्हें बैंक ले गया. मुखिया और उसके आदमी पैन कार्ड और आईकार्ड बनवाने की बात कहकर हम सभी को फिनो बैंक ले गए. आधार कार्ड लेकर किसी कागज पर अंगूठा लगवा लिया और पूरा पैसा 5 लाख 50 हजार 22 लोगों के खाते से निकाल लिया.
‘झांसे से लिया अंगूठा’: पीड़ित रामचन्द्र ने बताया कि मुखिया जी ने कहा कि तुमलोग अब सरकारी सफाईकर्मी बन गए हो. बैंक में चलो अंगूठा लगाओ जिससे आईकार्ड बन जायेगा. तुमलोग अब बस या ट्रेन में जाओगे तो किराया नहीं लगेगा. हम सभी ने अंगूठा लगा दिया, जिसके कुछ घंटे बाद हमें पता चला कि खाते से पैसा निकाल लिया गया है.
“हमलोग मुखिया के पास गए. उन्होंने हमें कहा कि 6-6 हजार रुपये पकड़ो और जाओ. हमलोग मुखिया जी के हाथ जोड़ते रहे लेकिन हमारी किसी ने नही सुनी तो हम एसपी साहब के पास गए.”- रामचन्द्र , पीड़ित
‘पैसा मांगने गए तो भगा दिया’
वहीं पीड़िता कलावती देवी ने बताया कि आईकार्ड बनवाने के नाम पर हमलोगों का आधार कार्ड और खाता लेकर मुखिया चला गया और उससे हमारा सारा पैसा बैंक से निकाल लिया. पैसा मांगने गए तो मुखिया यह बोलकर भगा दिया कि इतना पैसा मिला ना, जाओ काम करते रहो फिर आगे जाकर पैसा मिलेगा.
“जब हमें पता चला कि अकाउंट से इतने पैसे की फर्जी तरीके से निकासी कर ली गई हो तो हमलोग बक्सर गए और एसपी से शिकायत की. गुजारा करना मुश्किल हो गया है. घर चलाने के लिए जानवरों को बेचना पड़ रहा है. ठंड के मौसम में बच्चों के लिए गर्म कपड़े तक पैसों के अभाव में खरीद नहीं पा रहे हैं.”- कलावती देवी, पीड़िता
‘काम पर रखने से पहले लिया 30 हजार’
वहीं धनसोई पंचायत के ही कैलख गांव और अमरपुर के रहने वाले सफाईकर्मियों ने बताया कि हमलोगों को काम पर रखने से पहले भी मुखिया ने यह कहकर 30-30 हजार रुपये लिया कि,सरकारी नौकरी लग रहे हैं. तुमलोग पैसा दो कल से ही काम शुरू हो जाएगा, जिसके बाद हमलोगों ने पैसा दे दिया.
“अब मुखिया ने हमारी मजदूरी के पैसा भी निकाल लिए. मुखिया ने तो हमें सड़क पर ला दिया. उसी पैसे के सहारे साहुकारों से राशन पानी उधार लाये था. अब कहां से कर्ज चुकाएंगे.”- सुरेंद्र कुमार, पीड़ित
एसपी से लगायी न्याय की गुहार
पीड़ितों का आरोप है कि दबंग मुखिया के खिलाफ अपनी शिकायत लेकर पहले धनसोई थाने, उसके बाद बक्सर साइबर थाने में पहुंचे, लेकिन समस्या का समाधान करने के बजाए पुलिस ने सभी को थाने से भगा दिया. परेशान सफाईकर्मियों ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है. मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसपी ने धनसोई थानेदार को जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है.
पंचायत का कचरा साफ करता है 22 परिवार
एसपी को दिए आवेदन में महादलित परिवार से आने वाली कंचन देवी,पति विश्वकर्मा ने बताया है कि, मुखिया के द्वारा पंचायत सफाईकर्मी के तौर पर हमलोगों को रखा गया है. पिछले साल से ही नाली साफ करने के साथ ही डोर टू डोर कचरा उठाकर पूरे पंचायत की साफ सफाई हमलोग करते है. लेकिन मुखिया ने हमारे एक साल की कमाई को ही बैंक कर्मियों के साथ मिलकर साफ कर दिया.
“एसपी साहब का फोन आया था. मुखिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई करते हुए पीड़ित परिवारों को इंसाफ दिलाया जाएगा. साथ ही बैंक की भूमिका की भी जांच की जाएगी. बैंक ने आखिर इनके पैसे मुखिया के लोगों को कैसे दे दिया.”-धनसोई थाना प्रभारी से टेलीफोनिक बातचीत
कर्ज का बढ़ता जा रहा बोझ
बता दें कि पीड़ित परिवारों ने साक्ष्य के तौर पर बैंक के स्टेटमेंट समेत कई प्रमाण एसपी को सुपुर्द किया है. वहीं महादलित परिवारों को अब न्याय का इंतजार है. फिलहाल पैसों की तंगी के कारण ये 22 परिवार दाने-दाने को मोहताज है और कर्ज के बोझ तले दब चुका है.