बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद सूखे ड्रग्स का कारोबार बढ़ने की खबरें सामने आई हैं. बिहार सरकार ने अप्रैल 2016 में पूर्ण शराबबंदी लागू की थी, जिसका उद्देश्य राज्य में शराब के सेवन और इससे संबंधित अपराधों को कम करना था. हालांकि, इसके बाद राज्य में ड्रग्स के अवैध कारोबार और उपयोग में वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं. मुंगेर के पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने युवाओं से ड्रग्स का सेवन नहीं करने की अपील की है।
ड्रग्स के कारण क्राइम बढ़ाः मुंगेर पुलिस के द्वारा ड्रग्स माफिया के खिलाफ लगातार छापेमारी के बाद यह खुलासा हुआ है कि ड्रग्स सप्लायर में अब सरकारी और रेल कर्मचारी भी शामिल होकर समाज को इस नशे के दलदल में झोंक रहे हैं. आंकड़ों की बात करें तो मुंगेर की कोतवाली थाना पुलिस ने अब तक तीन बार ड्रग्स रैकेट को पकड़ने में सफलता पाई है. एक मामले में ड्रग्स सेवन करने के चक्कर में छिनतई की घटना में दोस्त ने ही दोस्त को गोली मारकर घायल कर दिया था।
पुलिस चला रही छापेमारी अभियानः इसको लेकर मुंगेर पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही है. इस मामले में मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने मीडिया के माध्यम से युवा और उसके परिजनों से अपील की है कि खुद भी अपने बच्चों को इस ड्रग्स के चुंगल में फंसने ना दें. नहीं तो परिवार तो बर्वाद होगा ही साथ ही युवाओं का करियर भी तबाह हो जाएगा. बता दें कि ड्रग्स के गिरफ्त में आने वाले युवा को उससे निकाल पाना काफी मुश्किल होता जा रहा है।