राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में अब बस एक हफ्ते का वक्त बचा हुआ है. भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में बसे भारतीय भी इस कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. लोगों को भजन गाकर इस मौके का जश्न मनाते हुए देखा जा सकता है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ऐसा ही एक राम भजन उरी की रहने वाली एक मुस्लिम छात्रा बतूल जोहरा ने गाया है. उन्होंने राम भजन को पहाड़ी भाषा में गाया है, जो काफी वायरल हो हुआ है.
जम्मू-कश्मीर के उरी जिले की रहने वाली बतूल जहरा ने राम भजन गाकर घाटी के लोगों को 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर उद्घाटन से जोड़ने का काम किया है. उन्होंने एक रिकॉर्ड किए गए मैसेज में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले 11 दिनों का व्रत रख रहे हैं. देश के कोने-कोने में सभी लोग प्रभु श्री राम के प्रति सम्मान व्यक्त करने वाली मधुर धुनें गा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर भी उतने ही उत्साह से इस कार्यक्रम में शामिल हो रहा है.’
जहरा ने बताया क्यों गाया राम भजन?
पहाड़ी भाषा में राम भजन गाने को लेकर जब बतूल जहरा से बात की गई, तो उन्होंने कहा, ‘मैंने बॉलीवुड सिंगर जुबिन नौटियाल का एक गाना सुना और मुझे वह बहुत अच्छा लगा. मैंने सोचा कि जब ये हिंदी में हो सकता है, तो फिर ये पहाड़ी में क्यों नहीं हो सकता है. मैंने इसे पहाड़ा भाषा में लिखा और गाया. साथ ही मैंने इस गाने को रिकॉर्ड किया और अपने सर को दिखाया. इसके बाद मेरे सर ने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जिसकी वजह से ये वायरल हो गया.’
लोगों के दिगाम से गायब हुईं नकारात्मक बातें
बतूल जहरा ने आगे कहा, ‘उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को मैं धन्यवाद कहना चाहूंगी, जिनकी वजह से लोगों के दिमाग से ढेर सारी नकारात्मक चीजें गायब हुई हैं. मेरे मुस्लिम भाइयों ने भी मेरी बहुत सराहना की है. हमारे इमाम ने संदेश दिया कि हमें उस देश से प्यार करना चाहिए जहां हम रहते हैं.’ जहरा ने कहा कि श्री राम को उनकी ईमानदारी और न्याय में विश्वास के कारण ‘पुरुषोत्तम’ कहा जाता था.