यूपी के फतेहपुर में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक मुस्लिम युवती ने उसे रामलला के दर्शन करने से रोकने का आरोप लगाया है. महिला ने कहा कि अयोध्या जाने दौरान उसे रास्ते में ही रोक लिया गया और पुलिसकर्मियों ने उससे अभद्रता की. इस वीडियो में महिला रोते-बिलखते नज़र आ रही है. वहीं मामला सामने आने के बाद एएसपी ने युवती के आरोपों का खंडन करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
वायरल वीडियो में दिख रही मुस्लिम युवती शबनम शेख ने सोशल मीडिया के जरिए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला का कहना है कि वो भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के पहले से मुंबई से चलकर अयोध्या रामलला के दर्शन के लिए जा रही है. इस बीच रास्ते में फतेहपुर जिले के हुसैनगंज थाना प्रभारी द्वारा उनके साथ अभद्रता किया गया और उसे अयोध्या जाने से रोकने की कोशिश की गई.
वायरल वीडियो में महिला ने लगाए आरोप
वायरल वीडियो में साफ तौर पर कहा जा रहा है कि मैं इंस्पेक्टर हूँ और मेरा काम पूछना है और युवती के द्वारा कुछ कहने पर 151 में चालान करने की बात वीडियो में साफ सुना जा सकता है. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस को खासी किरकिरी का सामना करना पड़ रहा है. एएमपी ने इस मामले पर सफ़ाई दी है.
अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा ने बताया कि एक महिला यूट्यूबर शबनम शेख ने कंट्रोल रूम को सूचना देकर सुरक्षा की मांग की थी, उसने बताया कि वो मुंबई से पैदल अयोध्या जा रही है. जिस पर उसके साथ सुरक्षा में दो सिपाहियों की ड्यूटी लगाई थी. बुधवार की शाम में रात होने के कारण सिपाहियों ने आगे की यात्रा जारी रखने या रात में कही रुकने के लिए होटल की व्यवस्था के लिे कहा, इस पर युवती पुलिस कर्मियों से अभद्रता करने लगी.
मामले की जांच के आदेश
सूचना पर थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे लेकिन महिला ने उनके साथ भी अभद्रता की. फिर भी पुलिस ने अपनी ड्यूटी निभाते हुए युवती के सुरक्षा को लेकर रुकने के लिए कहा था. युवती के द्वारा इंस्टाग्राम पर पुलिस का वीडियो डालकर बदनाम किया जा रहा है, जबकि पुलिस ने उनके सुरक्षा को अच्छा व्यवहार किया था. इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.