बिहार के वैशाली में केंद्रीय मंत्री रहते रामविलास पासवान ने जिस सीपेट का शिलान्यास किया उसके शिलापट्ट का गलत इस्तेमाल किया गया. बता दें कि साल 2007 में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने हाजीपुर में सीपेट का शिलान्यास किया था, लेकिन उसी नाम लिखे शिलापट्ट का इस्तेमाल सीपेट परिसर में ही गटर के मेनहोल को ढंका गया था. जब इसकी जानकारी चिराग पासवान को लगी तो उन्होंने इसपर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
सीपेट प्रशासन ने लिया एक्शन : हालांकि मामला सामने आने के बाद रामविलास के पूर्व सांसद प्रतिनिधि अवधेश सिंह, विनोद राय आदि मामले की जानकारी लेने मौके पहुंचे थे. लेकिन तब तक सीपेट के द्वारा शिलालेख को फिर से उचित जगह पर लगा दिया गया था. इस विषय में सीपेट के प्रशासनिक सहायक राकेश कुमार ने बताया कि सीपेट के एक सफाई कर्मी की गलती से ऐसा हुआ है, जिसे जानकारी मिलते ही फौरन ठीक कर लिया गया है।
”बरसात के दिनों में पानी आ जाने के कारण एक कर्मी ने शिलापट्ट से गटर के मेनहोल की टंकी को ढंक दिया था, जिसकी बाद में जानकारी हुई. इस विषय में आगे की कार्रवाई की जा रही है.”- राकेश कुमार, प्रशासनिक सहायक, सीपेट
लोजपा रामविलास समर्थक घटना से आहत : वहीं स्वर्गीय रामविलास पासवान के तत्कालीन सांसद प्रतिनिधि रहे अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि- ”यह घटना बेहद दुखद है. इसकी जानकारी मिली थी जिसके बाद लोजपा रामविलास की पूरी टीम मौके पर गई थी. लेकिन तब तक सीपेट के द्वारा इसे उचित जगह पर लगा दिया गया था. हम सभी इस घटना से काफी आहत हैं.”
चिराग पासवान ने दर्ज कराई आपत्ति : वहीं इस विषय में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर चिराग पासवान ने लिखा है कि मीडिया और पत्रकार साथियों के माध्यम से यह सूचना प्राप्त हुई कि हाजीपुर में मेरे नेता मेरे पिता के नाम की नेम प्लेट का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया था जो की अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. इस विषय में संज्ञान में आने के बाद मैं तुरंत कार्रवाई के लिए स्थानीय जिला प्रशासन और सीपेट संस्थान के अधिकारियों से बात की है।
“मीडिया और पत्रकार साथियों के माध्यम से यह सूचना प्राप्त हुई कि हाजीपुर में मेरे नेता मेरे पिता के नाम की नेम प्लेट का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया था जो की अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. इस विषय में संज्ञान में आने के बाद मैं तुरंत कार्रवाई के लिए स्थानीय जिला प्रशासन और सिपेट संस्थान के अधिकारियों से बात की है” – चिराग पासवान केंद्रीय मंत्री