बिहार के रोहतास की पूजा इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है. पूजा को खुद भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने मदद का भरोसा दिया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ. पूजा की कहानी इतनी दर्दनाक है कि किसी का भी कलेजा कांप उठे. पूजा ने बताया कि “जब मैं पांच साल की थी तो मेरे आंखों के सामने मेरी मां को जिंदा जलाकर मार दिया गया. उसके बाद पापा के साथ इतनी मारपीट की जाने लगी कि वो घर छोड़ने को विवश हो गए. ये सबकुछ सिर्फ संपत्ति के लिए किया जा रहा है.”
न्याय के लिए दर-दर भटक रही पूजा: रोहतास जिले के कछवा कैथी गांव की रहने वाली पूजा इंसाफ के लिए हर किसी के दरवाजे पर दस्तक दे रही है. पूजा के मुताबिक पहले तो उसकी मां उमेश्वरी को 2008 में उसके ही चाचा ने जलाकर मार डाला. केस मुकदमा भी हुआ लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी उसे इंसाफ नहीं मिला.
‘आंखों के सामने मां को जला कर मार दिया’: रोती बिलखती पूजा ने कहा कि हम दो बहनें हैं और हमारा कोई भाई नहीं है. ऐसे में चाचा लोगों की नजर हमारी प्रॉपर्टी पर है. वो हम बहनों को संपत्ति नहीं देना चाहते बल्कि खुद सब हड़प लेना चाहते हैं. लंबे समय तक डर के कारण मेरे पापा हम दोनों बहनों को लेकर इधर से उधर दूसरे के घरों में आसरा लेते रहे. एक दिन हम हिम्मत करके लौटे तो जुल्मों सितम की दास्तां फिर से शुरू हो गई.
“मैं डीजीपी के पास भी मां की हत्या का केस रिओपन कराने के लिए गई थी. वापसी के समय मुझे गली में पटककर मारा गया. मारपीट की घटना होती रही. पवन भईया जब चुनाव लड़ने के लिए आए तो मैं उनके पास गई. उन्होंने चुनाव जीतने के बाद मदद का आश्वासन दिया था. लेकिन वो काराकाट से हार गए. उसके बाद मुझे सब ताना देने लगे कि अब कैसे इंसाफ मिलेगा. पवन सिंह तो हार गया.“- पूजा कुमारी, पीड़िता
‘मेरी मां को न्याय चाहिए’: पूजा कहती है कि मेरी बस एक ही मांग है कि मेरी मां की हत्या का केस खोला जाए. मुझे संपत्ति नहीं चाहिए. मैं सबकुछ उनलोगों के नाम कर दूंगी. बस मेरी एक ही मांग है कि मेरी मां के हत्यारों को सजा मिले, मेरी मां को न्याय चाहिए. जहां बोलेंगे वहां साइन कर दूंगी.
शौचालय के इस्तेमाल पर भी पाबंदी: पीड़िता पूजा को उसके अपने रिश्तेदारी ही परेशान करने में लगे हैं. प्रताड़ना की हद इस बात से ही समझी जा सकती है कि उसके शौचालय के इस्तेमाल तक में पाबंदी लगा दी गई है. ऐसे में पूजा शौचालय के प्रयोग के लिए दूसरे के घरों का दरवाजा खटखटाती है.
पवन सिंह से भी लगा चुकी है गुहार: घर वालों की प्रताड़ना से आजीज लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मदद की आस में भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह से भी पूजा मिली और अपनी व्यथा सुनाई सुनाई थी. चुनाव के दौरान पवन सिंह ने भी भरे मंच से पूजा को मदद करने का वादा किया था. अपनी बहन बेटी कहा था, लेकिन लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद पवन सिंह ने इस बेटी का हाल भी जानना मुनासिब नहीं समझा.
“एक बहन का पुकार नहीं आदेश मिला है. काराकाट से भईया सांसद होकर जितना कचरा हो साफ कर दीजिए. एक भाई का एक बहन से वादा है कि अगर तुम्हारा सपना पूरा नहीं हुआ तो ये भाई कभी किसी को अपना मुंह नहीं दिखाएगा.“- पवन सिंह, भोजपुरी स्टार
महिला विकास मंच ने लिया संज्ञान: घरवालों की प्रताड़ना से तंग आकर पूजा ने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इसके बाद महिला विकास मंच की संरक्षक वीणा मानवी ने इस वीडियो को देखा और पूजा से संपर्क साधा. महिला विकास मंच के कई सदस्य कैथी गांव पहुंचे और पूजा को हर संभव मदद का भरोसा दिया है.
‘पानी.. वॉशरूम सब किया बंद’: महिला विकास मंच की संरक्षक वीणा मानवी कहती हैं कि पूजा एक हफ्ते पहले हमसे मिलने आई थी. पवन सिंह से भी इसने गुहार लगायी थी, वो वीडियो भी मैंने देखा. ये इतनी कलप रही थी कि हमने पूरा मामला समझा. मामला संपत्ति से जुड़ा है. इसके चाचा लोगों ने इसका वॉशरूम जाना, नहाना धोना, पानी सबकुछ बंद कर दिए हैं.
“ये पड़ोस में शौचालय यूज करने जाती है. इसकी एक छोटी बहन भी है. पूजा पूरे काउंसलिंग के समय एक ही बात कहती रही कि मेरी आंखों के सामने मेरी मां को जला कर मार दिया. अब हमारी टीम इनका लीगल काम देखेगी. महिला मुखिया सावित्री देवी से भी मैं मिली हूं. पूरा गांव पूजा के साथ है.”– वीणा मानवी, संरक्षक, महिला विकास मंच
जल्द की जाएगी शौचालय की व्यवस्था: वीणा मानवी ने आगे कहा कि मुखिया ने आश्वासन दिया है कि 10-15 दिनों के अंदर सबसे पहले पूजा के लिए शौचालय का प्रबंध किया जाएगा. चाचा चाहते हैं कि इसकी शादी हो जाए और इसको प्रॉपर्टी नहीं मिले. बेटी को प्रॉपर्टी नहीं मिलनी चाहिए, यही उद्देश्य है. रुरल एरिया में सिर्फ बेटों का हिस्सा माना जाना बहुत आम बात है.
‘लोगों को जागरूक करने की जरूरत’: ऐसी घटनाओं को रोकने को लेकर वीणा मानती हैं कि बेटियों से ज्यादा बेटों को जागरूक करने की जरूरत है. उन्हें बताना होगा कि तुम और तुम्हारी बहन दोनों बराबर है. मानसिकता बदलने की जरूरत है. बेटियों का भी संपत्ति में हिस्सा होता है.