भारतीय शादियां बेहद ही महंगी होते जा रही हैं। एक पिता अपनी जिंदगी भर की कमाई देने के बाद अपना सब कुछ लुटाकर अपनी बेटी की शादी करता है और इस उम्मीद में रहता है कि उसकी बेटी जिसके घर भी रहे। वहां, वह सुखी रहे। बेटी की शादी में पिता की पगड़ी ना उतर जाए इसलिए एक बाप कर्ज लेकर भी उसकी शादी धूमधाम से करता है। ताकी समाज में उसकी इज्जत बनी रहे। शादी में आने वाले मेहमान कोई शिकायत ना करें इसलिए उन्हें ध्यान में रखते हुए उनके लिए हर एक इंतजाम किया जाता है। सबको खुश करने के चक्कर में एक बाप के ऊपर कितना कर्ज लद जाता है, इसकी कल्पना उस पिता और उसके परिवार के अलावा कोई और नहीं कर सकता।
कर्ज के बोझ तले बर्बाद हुआ परिवार
ऐसे ही दहेज के कर्ज के बोझ तले बर्बाद हुए एक परिवार की कहानी इस वक्त सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस कहानी को एक युवक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर शेयर किया है। जिसमें उसने लिखा है कि साल 2004 के अप्रैल में उसकी बहन की शादी हुई थी। उस शादी में दहेज देने और मेहमानों के आवाभगत के लिए उसके पिता ने 15 लाख रुपए का कर्ज लिया था और ये कर्ज उन्होंने गांव के साहूकारों से 5-10% ब्याज पर लिया था। चूंकि परिवार साल में 5 लाख भी नहीं कमा पाता था इसलिए बहन की शादी के लिए उसके पिता जी को दहेज लेना पड़ा।
पिता को बेटे की नौकरी से थी उम्मीद लेकिन नौकरी ही नहीं लगी
युवक के पिता जी को यह उम्मीद थी कि उनका बेटा ग्रेजुएशन के बाद नौकरी में लग जाएगा और घर की हालत सुधर जाएगी। लेकिन ग्रेजुएशन के बाद उस युवक की नौकरी भी नहीं लगी क्योंकि उसके कॉलेज में कोई प्लेसमेंट ही नहीं हुआ। युवक की ग्रेजुएशन भी हो गई लेकिन आज तक उसे नौकरी नहीं मिली। युवक ने अपनी कहानी में आगे बताया कि उसे एक बात का मलाल आज भी रह गया। वह ये कि जिस बहन की शादी कर्ज लेकर बड़े ही धूमधाम से की गई। उसी बहन की शादी में वह जा नहीं पाया क्योंकि उस वक्त वह कर्नाटक के एक कॉलेज में पढ़ता था और कर्नाटक से बिहार जाने के लिए उसके पास पैसे बचे ही नहीं थे। उसके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह टिकट कर अपने घर अपनी बहन की शादी में जा सके।
20 साल बाद भी कर्ज नहीं भर पाया परिवार
शख्स आगे अपनी कहानी में बताता है कि अब उसके पिताजी लोन के कारण बहुत निराश हैं। बहन की शादी के 20 साल बाद भी परिवार आज तक वह लोन नहीं भर पाया। पिता जी अब कमाने में असमर्थ हो चुके हैं। माँ का कुछ ही महीनों में एम्स दिल्ली में ऑपरेशन होना है। वह पिछले 20 सालों से एक अज्ञात बीमारी से पीड़ित हैं, और जिला अस्पताल के डॉक्टर उस बीमारी का पता भी नहीं लगा पा रहे हैं। जब भी युवक फोन पर अपनी माँ की आवाज सुनता है, वह रो पड़ता है। कई हफ्ते हो चले हैं उसे अपनी मां से बात किए हुए क्योंकि जब भी वह फोन पर अपनी मां की दर्द भरी आवाज सुनता है तो वह उसके लिए बहुत ही दर्दनाक होता है।
भूखे रहते हैं छोटे भाई-बहन
शख्स आगे बताता है कि उसके छोटे भाई-बहन गांव में ही रहते हैं। मां के इलाज के लिए पिता जी उन्हें दिल्ली लेकर गए हुए हैं। युवक खुद कर्नाटक में है और जॉ की तलाश कर रहा है। जैसे-तैसे पैसे इकट्ठे कर वह अपने पिता की मदद कर रहा है। आगे शख्स ने अपनी कहानी में जो कुछ भी बताया वह सुनकर कलेजा ही फट जाएगा। शख्स ने बताया कि उसकी छोटी बहन ने उसे फोन किया था और कहा कि उनके पास रात को खाने के लिए कुछ भी नहीं है। उसने बताया कि उनके पास खाने के लिए केवल मुरमुरा बचा हुआ था। यह सुन शख्स की आंखों में पानी आ गया क्योंकि वह कर्नाटक में बैठे खाना खा रहा था जबकि उसके छोटे भाई-बहन भूखे थे। युवक ने अपने 2-3 दोस्तों को फ़ोन किया और उनसे 1,000 रुपए लेकर अपनी बहन को भेजा।
शख्स ने कहानी शेयर करने की बताई वजह
अंत में युवक यह बताता है कि वह इस कहानी को सोशल मीडिया पर इसलिए शेयर कर रहा है क्योंकि लोग विवाह या अन्य खर्चों के लिए ऋण लेने में सावधानी बरतें। इसके परिणामों से निपटना बहुत कठिन है। अगर कोई मुझे नौकरी दिलाने में मदद कर सकता है, तो यह मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत मायने रखेगा।
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