नीले रंग के पैकेट में आने वाली ‘चुटकी’ सबको याद होगी! उसका वो मीठा स्वाद भला कैसे भूला जा सकता है. उस दौर में जब बड़े लोग ज्यादातर पान, और मार्केट में आए महंगे पान मसालों का शौक रखते थे, तब कुछ बच्चे भी मीठे स्वाद के लालच में चुटकी खाते थे. ‘चुटकी’ का मजा, चुटकी में’ टैग लाइन के साथ आने वाला ये माउथ फ्रेशनर जब मुंह में घुलने के बाद ठंडक का अहसास देता था तो आत्मा तृप्त हो जाती थी.
Chutki Mystery Girl Anita Damel’o की कहानी
80 के दशक से लेकर 2000 तक की पीढ़ी ने इस मीठी सुपारी का भरपूर आनंद लिया. चुटकी के स्वाद के साथ ही एक और चीज थी जो इसकी तरफ ध्यान खींचती थी, और वो थी इसके नीले पैकेट पर अंडाकार घेरे में लगी एक लड़की की तस्वीर. पार्ले जी, लिज्जत पापड़ और आमूल की तरह ही चुटकी के पैकेट पर लगी लड़की की फोटो भी लंबे समय तक एक मिस्ट्री बनी रही. आज भी बहुत से लोग नहीं जानते होंगे कि आखिरकार ये चुटकी की मिस्ट्री गर्ल है कौन. अगर आपको भी इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो कोई बात नहीं. आज हम आपको इस मिस्ट्री गर्ल की पूरी कहानी विस्तार में बताएंगे.
लोगों ने माना हानिकारक फिर भी लोकप्रिय हुआ
ये साल 1970 था जब ‘चुटकी’ लॉन्च हुआ. आम मीठी सुपारियों और पान वाली टॉफी से अलग स्वाद रखने वाला ये माउथफ्रेशनर देखते ही देखते लोगों के बीच लोकप्रिय हो गया. हालांकि मीठा होने के बावजूद इसके गुटखे जैसे स्वाद के कारण इसे हानिकारक भी माना गया. अधिकतर माता-पिता बच्चों को इससे दूर रहने की सलाह देते लेकिन इसके बावजूद बच्चों से बड़ों तक में इसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई.
इसी के साथ पाउच पर छपी एक लड़की की तस्वीर भी खूब लोकप्रिय हुई. इस तस्वीर का ऐसा जादू था जो आज भी बरकरार है. ये तस्वीर अनीता दमेलोनामक भारतीय मॉडल की थी. अनीता की कहानी अपने आप में अनोखी है. ये एक तरह से उन लोगों के लिए एक उम्मीद की तरह है जो किसी क्षेत्र में सफलता पाने की लगातार कोशिश करते रहते हैं लेकिन बार बार असफल होने के बाद हार मान लेते हैं.
Chutki का विज्ञापन रहा सफल
जब टीवी विज्ञापनों का चलन तेज हुआ तब चुटकी भी अपना विज्ञापन लेकर आया. कम कम बजट के कारण कंपनी किसी बड़े स्टार को विज्ञापन के लिए नहीं ले पाई और उन्होंने दीपक तिजोरी और दीप्ति भटनागर के साथ एड बनाया. इस एड ने नई नई मार्केट में उतरी चुटकी को पैर जमाने में बहुत मदद की. विज्ञापन सफल रहा, यही वजह है कि नकली चुटकी के पैकेट पर अनीता दमेलो की जगह दीप्ति भटनागर की तस्वीर लगनी शुरू हो गई. इस विज्ञापन और पाउच पर छपी अनीता की तस्वीर ने लोगों को चुटकी की तरफ आकर्षित किया.
आज भले ही भारतीय मॉडल्स देश विदेश में नाम कमा रही हैं लेकिन एक समय था जब भारत की कुछ एक मॉडल्स ही इतने बड़े स्तर पर मॉडलिंग कर पाती थीं. इन चुनिंदा प्रसिद्ध मॉडल्स में पहले नंबर पर मेहर मिस्त्री दूसरे नंबर पर फौजिया करतार और तीसरे नंबर पर पेरिस खम्बाटा का नाम आता था. इन्होंने 60 के दशक में मॉडलिंग की दुनिया में बड़ा नाम कमाया. इन्हीं में से एक से चुटकी मिस्ट्री गर्ल का गहरा कनेक्शन था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वो फोजिया करतार ही थीं जिन्होंने चुटकी गर्ल के मॉडलिंग करियर की शुरुआत में उनकी बहुत मदद की.
कौन थी Chutki मिस्ट्री गर्ल Anita Damel’o?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चुटकी गर्ल अनीता दमेलो (Anita Damel’o) को अपने मॉडलिंग करियर में काफी संघर्ष करना पड़ा. इतने संघर्ष के बावजूद वह सफल नहीं हो पाईं. निश्चित ही हर मॉडल की तरह उनका लक्ष्य भी मिस इंडिया बनना था लेकिन 1968 में जब उन्होंने मिस इंडिया कांटेस्ट में भाग लिया तो वह अंतिम 20 बेहतरीन प्रतिभागियों में भी जगह नहीं बना पाईं.
कहते हैं इस कांटेस्ट में निराशाजनक परिणाम के बाद अनीता बुरी तरह टूट गई थीं. वह किसी तरह मॉडलिंग से जुड़े छोटे-मोटे काम कर अपनी जिंदगी गुजार रही थीं. अच्छी बात यी थी कि इतना सब होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी थी. यही वजह थी कि उन्हें उनकी ज़िंदगी का अहम मोड़ मिल पाया.
ज़िंदगी ने Anita को दूसरा मौका दिया
1970 में अनीता को ये जानकारी मिली कि चुटकी माउथ फ्रेशनर अपने लिए एक खूबसूरत चेहरे की तलाश में है. अनीता भी एक बार फिर अपनी रूठी हुई किस्मत आजमाने फोटोशूट के लिए पहुंची. इस बार उनकी किस्मत ने काम किया और उन्हें सेलेक्ट कर लिया गया. उसके बाद अनीता दमेलो की तस्वीर चुटकी के पैकेट पर आई और तब से आज तक वहीं बनी हुई है.
देखते ही देखते अनीता चुटकी फेम गर्ल बन गईं. इस मौके ने उन्हें वो पहचान दिलाई जिसकी हर मॉडल को चाह होती है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चुटकी गर्ल के तौर पर पहचान बनाने के बाद अनीता ने ब्राज़ील के एक NRI से शादी कर ली और वही बस गईं. जानकारी के अनुसार अनीता अब दुनिया में नहीं रहीं. बताया जाता है कि उनकी मृत्यु ब्राजील में ही हुई.
मॉडलिंग में अपना करियर बनाने की कोशिश करते हुए हार चुकी लड़की को समय ने जब दूसरा मौका दिया तो वो एक ब्रांड का एक ऐसा चेहरा बन गई जिसे आज तक नहीं हटाया जा सका. आप भी अपने जीवन में बार बार हारने के बाद भी हार ना मानें. याद रखें ज़िंदगी सबको दूसरा मौका देती है, जो हमेशा पहले से बेहतर होता है.