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नाम- बदनाम, पता कब्रिस्तान…; अमेजन मैनेजर के ‘कातिल’ की प्रोफाइल देख हो जाएंगे हैरान

BySumit ZaaDav

अगस्त 31, 2023
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नाम- बदनाम, पता- कब्रिस्तान, उम्र- जीने की, शौक- मरने का… ये किसी फिल्म का डायलॉग नहीं, बल्कि एक गैंगस्टर की प्रोफाइल का बायो है। गैंगस्टर को दिल्ली पुलिस ने अमेजन के मैनेजर की गोली मारकर हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है। अमेजन के मैनेजर की हत्या मंगलवार रात करीब 12 बजे हुई थी।

गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान मोहम्मद समीर उर्फ माया के रूप में हुई है। पुलिस ने जब जांच पड़ताल शुरू की तो आरोपी के सोशल मीडिया प्रोफाइल पर हैरान करने वाली जानकारी मिली। गैंगस्टर बनने का सपना देखने वाला समीर हाल ही में 18 साल का हुआ है। जुर्म की दुनिया के लोग आरोपी को समीर नाम से कम जबकि माया नाम से ज्यादा जानते हैं। इस नाम के पीछे एक दिलचस्प कहानी छिपी है।

कुछ साल पहले एक फिल्म आई थी जिसका नाम ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’ था। फिल्म में एक कैरेक्टर था, जिसका नाम माया डोलस था, जिसका किरदार बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबेरॉय ने प्ले किया था। माया 90 के दशक में मुंबई का एक कुख्यात गैंगस्टर था। कहा जाता है कि माया अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के लिए काम करता था।

समीर के माया बनने की ये है कहानी

कहा ये भी जाता है कि एक ऐसा वक्त था जब माया और उसके गैंग ने मुंबई पुलिस को काफी परेशान कर दिया था। समीर जब 14 साल का था, तब उसने ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’ मूवी देखी थी। कहा जा रहा है कि फिल्म देखकर माया डोलस के किरदार से समीर इतना प्रभावित हुआ कि उसने अपने नाम के पीछे माया लगा लिया और अपराधियों का एक गैंग बना लिया, जिसका नाम उसने माया गैंग रखा।

उत्तर पूर्वी दिल्ली में ‘माया गैंग’ किसी के लिए कोई मायने नहीं रखता था, क्योंकि वहां हाशिम बाबा और छेनू पहलवान का सिक्का चलता था। दोनों गैंग के बीच कुछ गैंगवार की खबरों ने दिल्ली पुलिस को काफी परेशान कर दिया था। पुलिस फिलहाल इनसे निपटने की कोशिश में जुटी ही थी कि इसी बीच 18 साल के लड़के ने भजनपुरा में अमेजन के मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी। 18 साल के लड़के की पहचान समीर उर्फ माया के रूप में हुई।

समीर उर्फ माया का इंस्टा अकाउंट, उसके खतरनाक मंसूबों की झलक दिखाता है। 18 साल की उम्र में ही समीर के ऊपर हत्या, हत्या के प्रयास और लूट के 10 मामले दर्ज हैं। माया के गैंग में 15 से ज्यादा मेंबर जुड़े हुए हैं। इनमें से कुछ लोग बाकायदा हाशिम गैंग के लिए भी कभी काम कर चुके है। बता दें कि माया के आगे-पीछे कोई नहीं है, उसके मां- बाप का देहांत सालों पहले हो चुका है।

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