बस्तर के नक्सली हिंसा पीड़ितों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से की मुलाकात

78 jpeg

छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र से नक्सली हिंसा के कई पीड़ितों ने आज शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। राष्ट्रपति ने पीड़ितों से मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा करते हुए स्वयं यह जानकारी दी। राष्ट्रपति ने कहा कि कोई भी उद्देश्य हिंसा के रास्ते पर चलने को उचित नहीं ठहरा सकता, क्योंकि यह समाज के लिए बहुत महंगा साबित होता है।

हिंसा से त्रस्त दुनिया में हमें शांति का प्रयास करना चाहिए : राष्ट्रपति

वामपंथी उग्रवादियों को हिंसा का त्याग करना चाहिए, मुख्यधारा में शामिल होना चाहिए और वे जो भी समस्याएं उजागर करना चाहते हैं, उन्हें हल करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। यही लोकतंत्र का रास्ता है और यही रास्ता महात्मा गांधी ने हमें दिखाया था। हिंसा से त्रस्त इस दुनिया में हमें शांति के रास्ते पर चलने का प्रयास करना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के नक्सली हिंसा पीड़ितों का एक समूह इन दिनों राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आया हुआ है। एक दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर इस समूह से मुलाकात की थी। इनमें बस्तर शांति समिति के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के नक्सली हिंसा से प्रभावित 55 लोग शामिल थे।

Kumar Aditya: Anything which intefares with my social life is no. More than ten years experience in web news blogging.