NEET-UG पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak CBI) में CBI की जांच जारी है. एजेंसी ने इस मामले में झारखंड के हजारीबाग से अब एक पत्रकार को गिरफ्तार किया है. इससे महज एक दिन पहले CBI ने झारखंड से दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें से एक स्कूल का प्रिंसिपल है और NTA का डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर भी शामिल हैं. गिरफ्तार हुआ दूसरा शख्स स्कूल का वाइस प्रिंसिपल है. इन दोनों की कथित मदद करने के आरोप में अब पत्रकार की गिरफ्तारी हुई है. नीट पेपर लीक केस में CBI की ओर से झारखंड से की गई यह तीसरी गिरफ्तारी है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए पत्रकार का नाम मोहम्मद जमालुद्दीन है. वो एक प्रतिष्ठित हिंदी अखबार के लिए काम कर रहे थे. उसके खिलाफ CBI को कुछ अहम तकनीकी सबूत मिले हैं. जिसके चलते उनको गिरफ्तार किया गया.
प्रिंसिपल की कॉल डिटेल्स से पत्रकार तक पहुंची थी सीबीआई
जांच के दौरान सीबीआई की टीम को प्रिंसिपल एहसान उल हक के साथ दो पत्रकारों का कनेक्शन भी ट्रैक किया था. एक पत्रकार जमालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किया गया पत्रकार झारखंड के एक हिंदी दैनिक अखबार से जुड़े हुए हैं. सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि नीट पेपर लीक मामले में कुछ और लोगों से पूछताछ की जा रही है और गिरफ्तारियां होने की संभावना है.
इससे पहले शुक्रवार 28 जून को CBI की टीम ने झारखंड के हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. एहसानुल हक को गिरफ्तार किया था. वो NTA द्वारा NEET एग्जाम के लिए डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर बनाए गए थे. इसके साथ ही एजेंसी ने स्कूल के वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज़ आलम को भी गिरफ्तार किया था. रिपोर्ट के मुताबिक ये वही स्कूल है जहां जांच करने के बाद जांचकर्ताओं को संदेह हुआ था कि कथित लीक की शुरुआत यहीं से हुई है. हक ने बताया था कि 5 मई को परीक्षा के दिन दोपहर 1.15 बजे प्रश्नपत्रों वाले दो बक्सों पर लगा डिजिटल लॉक नहीं खुला था, जिसके कारण उन्हें कटर का इस्तेमाल करना पड़ा था. वहीं एग्जाम सेंटर सुपरिटेंडेंट आलम ने बताया कि 21 जून को बिहार EOU की टीम मामले की जांच करने आई थी. टीम को लीक हुए जले क्वेश्चन पेपर में छपे सीरियल कोड पता चले थे. यही सेम सीरियल कोड ओएसिस स्कूल का सेंटर कोड था. जिसके बाद EOU की टीम अपने साथ क्वेश्चन पेपर के दो बक्से ले गई थी.
नीट पेपर लीक के तार देश के अलग-अलग हिस्सों से जुड़े हैं. सीबीआई की टीमें झारखंड, बिहार के साथ-साथ गुजरात में भी जांच कर रही है. गुरूवार 27 जून को CBI की टीम ने इस मामले में मनीष कुमार और आशुतोष कुमार नाम के दो व्यक्तियों को पटना से कस्टडी में लिया था. इन दोनों पर एग्जाम से पहले परीक्षार्थियों को एक जगह पर ले जाकर लीक किया हुआ पेपर और उसका आंसर उपलब्ध कराने का आरोप है.
वहीं, गुजरात में CBI की टीमें गोधरा, खेड़ा, अहमदाबाद और आनंद में 7 जगहों पर कुछ संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही हैं. 22 जून को शिक्षा मंत्रालय ने इस साल के NEET (UG) में कथित अनियमितताओं का मामला व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया था.