भागलपुर : जिस कमरे में सूरज और नीतू का कार्यालय था वहां भी काम करने वाले किसी अन्य पुलिसकर्मी को उन दोनों के संबंध की जानकारी नहीं मिल सकी। दोनों एक साथ कई बार लंबी छुट्टी पर गए, जैसा कि सूरज ने अपने कबूलनामे में बताया है। लेकिन इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। चार हत्या और एक आत्महत्या मामले में नीतू के पति पंकज के सुसाइड नोट से बहुत कुछ साफ हो गया है। ऐसे में पुलिस के लिए कार्रवाई के नाम पर ज्यादा कुछ नहीं बचा है। अब वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर आने वाली जांच ही बाकी है।
नीतू के मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया
घटनास्थल से पुलिस ने तीन मोबाइल जब्त की है। उसमें नीतू के मोबाइल का लॉक पुलिस नहीं खोज सकी। पंकज के मोबाइल की जांच की गई है। सभी नंबर का सीडीआर भी निकाला गया है। नीतू का मोबाइल मंगलवार की सुबह 5.47 बजे तक एक्टिव था। ऐसे यह तो साफ है कि नीतू का मोबाइल उस समय पंकज के पास था। कई चैट डिलीट भी पाए गए हैं। सभी मोबाइल को जांच के जिए एफएसएल भेजा गया है। डिलीट किए गए चैट को भी रिकवर कराने की बात कही जा रही है। पंकज के सुसाइड नोट को भी राइटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा जाएगा।
भागलपुर पुलिसलाइन में हुए कांड के बाद एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से कुल 16 नमूने एकत्रित किए हैं, जिसकी जांच लैब में की जाएगी। घटनास्थल से एक बड़ा और दो छोटे चाकू, दो आईटी कपड़े और खून आदि के सैंपल टीम ने एकत्रित किए हैं। आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ में यह भी पता चला है कि घटना वाली रात नीतू का पति पंकज पड़ोस में रहने वाले चालक सिपाही आनंद से मिलने के लिए तीन बार उसके घर पर गया था। आनंद ड्यूटी पर था, इस वजह से उसकी मुलाकात नहीं हो सकी। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि पंकज आनंद से कुछ कहना चाहता था पर उसे मौका नहीं मिल सका।