बिहार मैट्रिक का रिजल्ट सामने आ चुका है. इसमें राज्य की बेटियों ने एक बार फिर अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखा है. वैशाली प्रखंड क्षेत्र के मदारना पंचायत स्थित वार्ड नंबर 6 निवासी मोहम्मद साजिद की बेटी साजिया प्रवीण 486 अंक लाकर पूरे बिहार में तीसरा स्थान हासिल किया है. साजिया के पिता सरकारी स्कूल में मैथ के शिक्षक हैं. साजिया के टॉप आने पर घर में खुशी का माहौल है. साजिया आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है।

डॉक्टर बनने का है सपना: शाजिया ने कहा के मैं रोज 6-7 घंटे की सेल्फ स्टडी करती थी. जो छात्र परीक्षा देने वाले हैं वे बिहार बोर्ड का बुक अच्छे से पढ़िए सेल्फ स्टडी कीजिए. वहीं, शाजिया के शिक्षक पिता मो.साजिद ने बताया कि बचपन से शाजिया अपनी मां के साथ स्कूल जाती थी. बड़ी होने पर वह खुद अपने साथ उसे लेकर स्कूल जाते थे. जहां उनकी देख रेख में ही शाजिया की पढ़ाई होती थी और इस सफलता से वह काफी खुश हैं।

“मैं 486 अंक प्राप्त करके पूरे बिहार में तीसरा स्थान प्राप्त किया है. मुझे उम्मीद तो थी लेकिन मैं इतना नहीं सोचा था. रोज करीब 7 घंटे तक सेल्फ स्टडी करते थे .रोज स्कूल जाते थे और पढ़ाई करते थे. सफलता मेरे पेरेंट्स मेरे पूरे फैमिली और टीचर्स को जाता है. मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं. मुझे पूरा परिवार का सपोर्ट मिला है. जो पढ़ने वाले हैं उनको बिहार बोर्ड का बुक अच्छे से पढ़िए सेल्फ स्टडी कीजिए टीचर्स की बात मानिए” – शाजिया प्रवीण, छात्रा.

वैशाली का नाम किया रोशन: साजिया के पिता मोहम्मद साजिद ने कहा कि बेटी ने काफी मेहनत की है. मेरे साथ विद्यालय का नाम भी रोशन किया है.साजिया की शिक्षा दीक्षा घर पर ही हुई है. उसकी मां भी शिक्षक है. वह अपनी मां के साथ स्कूल जाती थी. जब वह नौवीं गई तो वैशाली में हम अपने साथ लेकर के जाते थे. क्लास में पढ़ते थे और घर पर भी रात में हम उसको टाइम देकर पढ़ते थे।

सेल्फ स्टडी कर बनी थर्ड टॉपर: पिता ने बताया कि साजिया पढ़ाई के लिए मेहनत बहुत ज्यादा करती थी. सेल्फ स्टडी बहुत करती है. वह लगातार 2 बजे रात तक पढ़ती थी फिर सुबह उठकर पढ़ती थी. प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही हुई है. अपनी बेटी के इस सपने को पूरा करने का वह प्रयास करेंगे. शाजिया जितना पढ़ना चाहेगी उतना उसे पढ़ाएंगे।