शादी के सात दिन बाद ही नई नवेली दुल्हन की हत्या, ऐसे हाल में मिली लाश कि देख कांप गए लोग
आगरा के रतनपुरा, लंगड़े की चौकी (हरीपर्वत) में बुधवार आधी रात को दिल दहला देने वाली घटना हुई। शादी के सातवें दिन ही दुल्हन का शव फंदे पर लटका मिला। 29 नवंबर को संध्या भृगु की शादी हुई। 30 नवंबर को वह विदा होकर ससुराल पहुंची। हाथ से सुहाग की मेहंदी भी नहीं छूटी थी। सूचना ने मायकेवालों के होश उड़ा दिए। वे चीख-चीखकर बेटी की हत्या का आरोप लगा रहे हैं। एक दर्जन से अधिक के खिलाफ दहेज मृत्यु का मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे में दूल्हे के परिजनों के साथ उसके दो दोस्त भी नामजद हैं। दूल्हा हिरासत में है।
त्रिवेणी नगर, गढ़ी भदौरिया निवासी शू डिजाइनर आनंद कुमार ने बताया कि 29 नवंबर को बेटी संध्या की शादी रतनपुरा निवासी ज्ञानेश कुमार से की थी। शादी में एक आल्टो कार और ढाई लाख रुपये नकद दिए थे। 15 लाख से अधिक का खर्चा किया था। तीन दिसंबर को बेटी पहले फेरे के लिए मायके आई थी। उदास थी। उन्हें लगा मायके की याद आती होगी। बेटी ने रोते हुए बताया कि ससुरालवाल अच्छे नहीं हैं। मुंह दिखाई के समय उसे ताना मार रहे थे। बोल रहे थे कि दहेज में लंबी कार चाहिए थी। आल्टो दे दी।
पांच लाख नकद और लंबी कार अपने घरवालों से मांगना। सुनकर उन्हें भी अचंभा हुआ। उन्होंने बेटी को ही समझाया। कहा कि धैर्य रख। अभी रिश्तेदार घर पर होंगे। सभी चले जाएंगे तो सब ठीक हो जाएगा। पिता के अनुसार, पांच दिसंबर को दामाद ज्ञानेश कुमार घर आया था। संध्या को विदा कराकर ले गया। बुधवार की रात 12 बजे के आस-पास संध्या की सास तृष्णा देवी का फोन आया। बताया कि संध्या ने फांसी लगा ली है। यह सुनकर उनके होश उड़ गए। दौड़कर बेटी की ससुराल पहुंचे।
दहेज उत्पीड़न और दहेज मृत्यु के मुकदमे में सास तृष्णा देवी, पति ज्ञानेश कुमार, ससुर महेश, जेठ हितेष कुमार, देवर चितेश, चाचा हरेश, चाची गुंजन, दोस्त मोहित, दीपक, दो बहन और दो बहनोई को आरोपित किया है। पुलिस ने पति ज्ञानेश कुमार को हिरासत में लिया है। एसीपी हरीपर्वत मयंक तिवारी ने बताया कि दहेज मृत्यु की धारा के तहत ही कार्रवाई होगी। भले ही पोस्टमार्टम में मामला खुदकुशी का निकला। शादी को महज सात दिन हुए थे।
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