बिहार में विधानसभा का सत्र चल रहा है और इस दौरान नया अपराध नियंत्रण बिल को पास किया जाना है. इसको लेकर अभी से ही विरोध शुरू हो गया है, राजद के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है यह कानून गलत है और आपातकाल जैसा है. हमलोग इसका विरोध सड़क पर उतरकर करेंगे।
“जिस तरह से देश पर आपातकाल थोपा गया था और हम लोगों ने उसका विरोध किया था, उसी तरह बिहार में अपराध नियंत्रण को लेकर इस तरह का कानून थोपा जा रहा है. जिलाधिकारी जिसे चाहेंगे उसे अपराधी घोषित कर जिला बदर कर सकेंगे. पुलिस को जो मन में होगा वह करेगी इस तरह का कानून कहीं से भी उचित नहीं है”- भाई वीरेंद्र, राजद विधायक
‘सड़क पर उतर कर करेंगे आंदोलन’: उन्होंने कहा कि इस कानून का हम लोग विरोध करेंगे और हम जनता से भी कहेंगे कि जनता भी सड़क पर उतरकर इस कानून का विरोध करे. साथ ही उन्होंने के के पाठक को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि सदन के अंदर मुख्यमंत्री ने जो कहा था उसका भी पालन अब बिहार में अधिकारी नहीं कर रहे हैं. सरकारी विद्यालय के समय अभी तक नहीं बदले हैं. मुख्यमंत्री के आदेश का पालन नहीं करने वाले अधिकारी पर हम कारवाई का मांग करते हैं।
क्या है अपराध नियंत्रण बिल 2024ः इस विधेयक में ऐसा प्रावधान है कि अगर डीएम को लगता है कि कोई व्यक्ति एक असामाजिक तत्त्व है. उसके जिले में रहने और गतिविधियों से लोगों या सम्पत्ति को भय, खतरा या हानि पहुंच रही है या पहुंच सकती है, या उस व्यक्ति को अपनी जगह से हटाये बगैर उसकी गतिविधियां नहीं थमेंगी, तो डीएम उसे तड़ीपार करने का आदेश दे सकेगें. उस व्यक्ति से पहले स्पष्टीकरण मांगा जायेगा और फिर कार्रवाई कर दी जायेगी. डीएम ऐसे व्यक्ति को 6 महीने के लिए तड़ीपार करने का आदेश देंगे. इसे 2 साल तक बढ़ाया जा सकेगा।