वर्ष 2025 के लिए रेलवे की नई समय सारणी 1 जनवरी, 2025 से लागू होने की उम्मीद है। नई समय सारणी के बारे में कुछ नियमों को पहले से तय किया जा चुका है. इसमें स्पेशल ट्रेन के नाम पर अब कोई विशेष टैग नहीं होगा. यानी यात्री ट्रेनों पर शून्य नंबर का विशेष टैग हटा दिया जाएगा.
नई समय सारणी से ट्रेनें विभिन्न रेलवे ट्रैक पर तेज़ी से चलेंगी. इसके लिए उनके समय में बदलाव को लेकर बड़ी तयारी की गई है. नई समय सारणी में वंदे भारत और वंदे स्लीपर जैसी नई ट्रेनों का संचालन शामिल हो सकता है. वहीं जनवरी महीने से शुरू हो रहे महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं. रेलवे प्रयागराज में महाकुंभ के लिए ट्रेनों के लिए एक विशेष समय सारणी तैयार कर रहा है.
ईस्ट सेंट्रल रेलवे की कई ट्रेनों का खत्म होगा सुपरफ़ास्ट का दर्जा
पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) की दर्जनों ट्रेनें कम गति (70-75 किलोमीटर प्रति घंटा) और ज़्यादा स्टॉपेज की वजह से अपना सुपरफ़ास्ट का दर्जा खो सकती हैं. जनवरी 2025 की समय-सारिणी में संभावित रूप से लागू किए जाने वाले इस बदलाव के कारण यात्रियों को सुपरफ़ास्ट सरचार्ज नहीं देना पड़ेगा. रेलवे बोर्ड वर्तमान में सभी ज़ोन और डिवीजनों से ट्रेन शेड्यूल और हॉल्ट के बारे में एकत्र किए गए डेटा की समीक्षा कर रहा है. सुपरफ़ास्ट ट्रेनों की न्यूनतम गति 90 किलोमीटर प्रति घंटा है.
कई ट्रेनों के समय में होगा बदलाव
पूर्व मध्य रेलवे के सभी रेल मंडलों से गुजरने वाली ट्रेनों के समय में बदलाव को लेकर जनवरी 2025 में नई समय सारिणी जारी होगी. इसमें कई ट्रेनों की गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाने के बाद भी ट्रेन की कुल दुरी तय होने में लगने वाला समय काफी ज्यादा है. इसमें सुधर को लेकर बड़ा बदलाव किया जा सकता है. वहीं कई पैसेंजर और सुपर फ़ास्ट ट्रेनों के खुलने और पहुंचने का समय बदल सकता है. कुछ ट्रेनों के अतिरिक्त ठहराव सहित कुछ ट्रेनों के स्पीड-अप को लेकर भी नई समय सारिणी में बदलाव देखे जा सकते हैं.