ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में एक जून से भस्म आरती दर्शन (Mahakal Bhasma Aarti) की नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। दर्शनार्थी अब तीन महीने पहले से ही भस्म आरती दर्शन बुकिंग के लिए आवेदन कर सकेंगे। आवेदन स्वीकृत होने पर मंदिर समिति तय तारीख से एक महीने पहले दर्शनार्थियों को फोन करके सूचना देगी। बता दें कि अब तक लागू व्यवस्था में दर्शनार्थी 15 दिन पहले बुकिंग करा सकते थे।
मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि भस्म आरती में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए नई पारदर्शी व्यवस्था लागू की गई है। एक जून से इसकी शुरुआत हो चुकी है। पहले ही दिन जुलाई के लिए 9153 श्रद्धालुओं की बुकिंग को स्वीकृत किया गया है। दर्शनार्थी अब अपने निर्धारित दिन आकर भस्म आरती के दर्शन कर सकते हैं। अब अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह में दर्शन के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं।
24 घंटे के अंदर पास नहीं लेने पर श्रद्धालु का आवेदन निरस्त
इन तीन महीनों के लिए भक्त आवेदन कर सकते हैं। 24 घंटे के भीतर डाउनलोड करना होगा पासजिन श्रद्धालुओं ने भस्म आरती दर्शन के लिए अपना आवेदन भेज रखा है, उनको मंदिर समिति मोबाइल नंबर पर बुकिंग कन्फर्म होने की जानकारी देगी। इसके बाद संबंधित दर्शनार्थी को 24 घंटे के भीतर प्रतिव्यक्ति 200 रुपये शुल्क जमा कराकर पास डाउनलोड करने होंगे। 24 घंटे के अंदर पास नहीं लेने पर श्रद्धालु का आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा।
प्राथमिकता के आधार पर अगले श्रद्धालु की बुकिंग होगी
प्रतीक्षा सूची की प्राथमिकता के आधार पर अगले श्रद्धालु की बुकिंग कर दी जाएगी। ऐसे करें भस्म आरती की बुकिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर की वेबसाइट shrimahakaleshwar.com पर जाकर भस्म आरती की एडवांस बुकिंग के विकल्प पर क्लिक कर अभी से अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह के लिए श्रद्धालु भस्म आरती दर्शन के लिए आवेदन कर सकते हैं। बुकिंग कन्फर्म होने पर मंदिर समिति द्वारा भेजे गए मैसेज के लिंक पर क्लिक कर 200 रुपये ऑनलाइन जमा कराने होंगे। इसके बाद दर्शन पास (पीडीएफ फार्मेट में) मोबाइल पर ही डाउनलोड हो जाएगा।
एक बार आरती की, फिर तीन महीने बाद आएगा नंबर
भस्म आरती दर्शन व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए मंदिर समिति ने नया साफ्टवेयर तैयार कराया है। इसमें जिस मोबाइल नंबर से एक बार भस्म आरती की बुकिंग हो चुकी है, उस नंबर से तीन माह तक दोबारा बुकिंग नहीं होगी। इसी तरह जिस दर्शनार्थी ने एक बार भस्म आरती के दर्शन कर लिए हैं, वह व्यक्ति तीन माह तक दोबारा भस्म आरती के दर्शन नहीं कर सकेगा, क्योंकि साफ्टवेयर संबंधित व्यक्ति का आधार कार्ड तीन माह पूरे होने के पहले स्वीकार नहीं करेगा।
यह व्यवस्था महत्वपूर्ण है, क्योंकि श्रावण मास में कुछ रसूखदार लोग प्रत्येक सोमवार की भस्म आरती बुकिंग करा लेते थे। इससे दूसरे लोगों को श्रावण मास में सोमवार के दिन भस्म आरती का मौका ही नहीं मिल पाता था।