कोरोना वायरस के नए वेरिएंट FLIRT ने बढ़ाई चिंता, जानें भारत को कितना खतरा?
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट FLiRT के बढ़ते मामलों ने अमेरिका में टेंशन बढ़ा दिया है। इस वेरिएंट का नाम ओमीक्रोन JN.1 लीनियज से आया है और इसमें KP.2 और KP1.1 म्यूटेशंस हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह वेरिएंट पिछले से ज्यादा संक्रामक हो सकता है। इससे भारतीय समुदायों को भी चिंता हो रही है। इस खबर में हम आपको FLiRT वेरिएंट के बारे में 5 महत्वपूर्ण बातें बताएंगे।
FLiRT वेरिएंट का नाम उसके म्यूटेशंस के तकनीकी पदनामों से लिया गया है। ये ओमीक्रोन JN.1 के वंशज हैं और पिछले साल सर्दियों में फैले थे।
FLiRT के मामले कहां-कहां मिले हैं?
अमेरिका में FLiRT के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कुछ मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है। यूनाइटेड किंगडम, साउथ कोरिया और न्यूजीलैंड में भी FLiRT केसेज के बढ़ने से नई कोरोना लहर का खतरा पैदा हो गया है. भारत में कोविड-19 के जीनोमिक्स कंसोर्टियम INSACOG के मुताबिक, 6 मई तक देश में KP.2 के 238 मामले और KP1.1 के 30 मामले दर्ज किए गए थे.
FLiRT वेरिएंट के लक्षण
FLiRT वेरिएंट के लक्षण बाकी ओमीक्रोन वेरिएंट्स के समान हैं। इसमें गले में खराश, खांसी, मतली, नाक बंद होना, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों या शरीर में दर्द, स्वाद न आना जैसे लक्षण देखने में आ रहे हैं।
FLiRT कितना खतरनाक?
जापानी रिसर्चर्स के अनुसार, FLiRT में ज्यादा ताकत है और इम्यून सिस्टम के मुकाबले में इसकी स्ट्रेन्थ भी ज्यादा है।
भारत के लिए कितनी चिंता?
भारत में अप्रैल से कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए हैं. हर छह में से एक टेस्ट पॉजिटिव निकल रहा है. हालांकि, एक्सपर्ट्स के मुताबिक अभी यह कह पाना मुश्किल है कि भारत में बढ़ रहे मामले KP.2 या KP1.1 की वजह से हैं. इनकी वजह से कोरोना की लहर आएगी, ऐसी संभावना जाहिर करना जल्दबाजी होगा. जरूरत के हिसाब से सोशल डिस्टेंसिंग, प्रॉपर हाइजीन और मास्क लगाएं.
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