एनआईए की टीम ने गुरुवार को अहले सुबह 4 बजे नक्सल प्रभावित अधौरा थाना क्षेत्र के दो गांवों में छापेमारी की। सिकरी गांव के महेंद्र साह और पास के गांव दारिहरा में सागर सिंह खरवार के घर छापेमारी हुई। छापेमारी किस मामले में हुई, इस संबंध में अधिकारी कुछ भी बता नहीं रहे हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उत्तर भारत में नक्सलियों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए शुक्रवार को चार राज्यों में छापेमारी की। जांच एजेंसी ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर आरोपियों और संदिग्धों से जुड़े कुल नौ स्थानों की सघन तलाशी ली।
पंजाब में चार, यूपी और हरियाणा में दो-दो और दिल्ली में एक स्थान पर कार्रवाई की गई। ये सभी राज्य हिमाचल प्रदेश के साथ प्रतिबंधित संगठन माकपा (माओवादी) के राष्ट्रीय क्षेत्रीय ब्यूरो (एनआरबी) का गठन करते हैं।
एनआईए सूत्रों ने कहा कि यह संगठन उत्तर भारत में फिर से खुद को पुनर्जीवित का प्रयास कर रहा है। जांच एजेंसी ने संदिग्धों के परिसरों की तलाशी के दौरान लैपटॉप, मोबाइल, पेन ड्राइव, कॉम्पैक्ट डिस्क, हार्ड ड्राइव, कॉम्पैक्ट डिस्क, मेमोरी कार्ड, सिम कार्ड और पॉकेट डायरी जब्त किए गए।
उत्तरी राज्यों में संगठन को मजबूत करने की कोशिश एनआईए की जांच से पता चला कि संदिग्धों को तत्कालीन पूर्वी क्षेत्रीय ब्यूरो (ईआरबी) प्रमुख प्रशांत बोस से सीपीआई (माओवादी) विचारधारा के प्रचार-प्रसार के लिए धन मिल रहा था। ईआरबी, विशेष रूप से झारखंड में कैडरों की भर्ती करने और उत्तरी राज्यों में संगठन को खड़ा करने के लिए संदिग्धों को वित्त पोषण कर रहा था। एनआईए की जांच में कई प्रमुख संगठनों और छात्र विंग की पहचान हुई है, जिन्हें हिंसा के लिए व्यक्तियों की पहचान का काम सौंपा गया था।
छत्तीसगढ़ में पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया
सुकमा/बीजापुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा में दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और पांच ने हथियार डाल दिए। वहीं बीजापुर में तीन आईईडी बरामद किए गए। पुलिस के अनुसार, महिला उग्रवादी दुधी भीमे के साथ-साथ उसके सहयोगी वेट्टी राजा, वंजाम गंगा, दुधी पोज्जा उर्फ बोक्के उर्फ बैरा और कवासी भीमा ने सुकमा में आत्मसमर्पण कर दिया। दो नक्सलियों को किस्टाराम पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत पोटकाल्ली गांव के पास से गिरफ्तार किया गया।