राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के कट्टरपंथ और भर्ती मामले में तमिलनाडु और तेलंगाना के 30 ठिकानों पर छापेमारी की है। एनआईए ने कोयंबटूर के 21, चेन्नई के 3, हैदराबाद और साइबराबाद के 5 और तेनकासी के 1 लोकेशन पर छापेमारी की है। बता दें कि आईएसआईएस को भारत में पांव पसारने से रोकने के लिए एनआईए ने यह छापेमारी की है। बता दें कि इससे पहले हाल ही में एनआईए ने तेलंगाना और तमिलनाडु में आईएसआईएस के आतंक फैलाने की साजिश के मामले में केस दर्ज किया था।
ISIS पर एनआईए का एक्शन
इस मामले में केस दर्ज होने के साथ ही एनआईए ने तेलंगाना और तमिलनाडु के 30 जगहों पर छापेमारी की। इस छापेमारी का मकसद आईएसआईएस से जुड़े लोगों को पकड़ना है, जिन्हें भारत में आईएसआईएस के आतंक को फैलाने की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले झारखंड मॉड्यूल से जुड़े मामले में एनआईने ने कई राज्यों में छापेमारी की थी। इस दौरान एनआईए ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया था। इस बाबत अधिकारियों ने बताया कि जुलाई में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र फैजान अंसारी को गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद ये छापेमारी की गई। यूनिवर्सिटी के पास रहने के दौरान फैजान कुछ चरमपंथियों के संपर्क में आया था।
एनआईए ने 6 राज्यों के 9 स्थानों पर छापेमारी थी, जिसमें राहुल सेन उर्फ उमर बहादुर नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान एनआईए ने उसके पास से लैपटॉप, पेन ड्राइव, मोबाइल फोन इत्यादि जब्त किया था। साथ ही कुछ आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई थी। बता दें कि आईएसआएस को पांव पसारने से रोकने के लिए एनआईए बिहार के सीवान, उत्तप प्रदेश के जौनपुर, आजमगढ़, महाराजगंज, मध्य प्रधेश के रतलाम, पंजाब के लुधियान, दक्षिणी गोवा, कर्नाटक के यादगिर और महाराष्ट्र के मुंबई में छापेमारी कर चुकी है। आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के चलते राहुल सेन को एनआईए ने रतलाम से गिरफ्तार किया था।