बिहार कैडर की आइपीएस अधिकारी और दरभंगा की ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा लगातार लंबी छुट्टी पर चल रही हैं। अगस्त में इस्तीफा देने के कुछ दिनों के बाद से ही वह अवकाश पर हैं। अब गृह विभाग ने उनके 180 दिनों के असाधारण अवकाश की स्वीकृति दी है। विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी की है। इसके बाद अब इसको लेकर प्रसाशनिक महकमा में एक नई चर्चा शुरू हो गई है।
दरअसल, 2019 बैच की आइपीएस काम्या मिश्रा ने निजी कारणों का हवाला देते हुए छह अगस्त को ही अपना इस्तीफा पुलिस मुख्यालय को सौंपा था। इस्तीफे पर कोई निर्णय नहीं होने पर वह 27 अगस्त से अवकाश पर चली गईं। अब गृह विभाग ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि दरभंगा की ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा को अपने कर्तव्य पर योगदान देने में असमर्थता के कारण 27 अगस्त से 180 दिनों के असाधारण अवकाश की स्वीकृति प्रदान की जाती है।
काम्या स्कूल टाइम से ही होनहार रही हैं। 12वीं बोर्ड परीक्षा में उन्होंने 98.6 फीसदी अंक के साथ टॉप किया था। वह अपने प्रदेश में नंबर-1, रीजनल टॉपर बनी थीं। उसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉप कॉलेज, लेडी श्री राम कॉलेज में एडमिशन लिया और ग्रेजुएट हुईं। काम्या ने डीयू से ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान ही अपना लक्ष्य तय कर लिया था। श्योर थीं कि उन्हें UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास करनी है। इसकी तैयारी भी उन्होंने ग्रेजुएशन के समय से ही शुरू कर दी थी।
दुनिया की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में शुमार यूपीएससी क्रैक करने में लोगों को कई अटेंप्ट्स लग जाते हैं। गिने चुने लोग ही पहली बार में सफल हो पाते हैं। काम्या भी उन्हीं में से एक थीं। काम्या ने 2019 में पहले अटेंप्ट में यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम क्लीयर कर लिया था। वो भी 172वीं रैंक के साथ। ट्रेनिंग के बाद काम्या की पहली पोस्टिंग हिमाचल कैडर में हुई थी। लेकिन बाद में उन्हें बिहार में पोस्टिंग दे दी गई थी। अभी जब उन्होंने इस्तीफा दिया था तो वह दरभंगा जिले में ग्रामीण एसपी के पद पर कार्यरत थीं।
जानकारी हो कि, बिहार की लेडी सिंघम कही जाने वाली आईपीएस काम्या मिश्रा ने उस समय इस्तीफा दिया था जब वह वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के मर्डर केस में बनाई गई एसआईटी को लीड कर रही थीं। और बहुत जल्द इस केस का खुलासा भी हो गया था। लेकिन अचानक उनके इस्तीफे पर पुलिस विभाग में चर्चा तेज हो गई है। आईपीएम काम्या ने एक साल पहले भी इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि इस्तीफे के पीछे पारिवारिक कारण बताए गए थे।
बता दें कि, काम्या मिश्रा ने 5 साल के कार्यकाल में बेहतरीन पुलिसिंग कर अपना जलवा दिखाया था। बिहार में उन्हें ‘लेडी सिंघम’ के नाम से भी जाना जाता है। काम्या ओडिशा की रहने वाली हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए की पढ़ाई पूरी कर आईपीएस अधिकारी बनीं। पिछले कई महीने से इस्तीफा देने की बात कर रही थीं।