बिहार की राजनीतिक गलियारों में वर्तमान समय में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश की चर्चा काफी सुर्ख़ियों में नहीं हुई है। बिहार के सीएम ने खुद से आयु से लगभग 7 साल बड़े मांझी को तुम -ताम वाले लहजे में बातें कही है। जिसके बाद इसको लेकर एनडीए के नेता सदन के बाहर सीएम नीतीश से इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, इस विवाद पर अब हम की विधायक और जीतन राम मांझी की समधन ज्योति मांझी का बड़ा बयान आया है।
जीतन राम की समधन और हम विधायक ज्योति मांझी ने कहा कि- जब मुख्यमंत्री बनने के बाद जीतन राम मांझी बिहार के विकास के लिए काम करने लगे, बिहार के हरेक तबके का विकास होने लगा तो उनको डर सताने लगा की मांझी अपने मन से काम कर रहा है। उनको लगा ये अच्छा काम कर रहा है तो इस तरह से लोग मेरा नाम भूल जाएंगे। इसलिए ऐसा कर रहे हैं।
इसके आगे ज्योति मांझी ने कहा कि- अच्छा काम जब मांझी जी कर रहे थे तो नीतीश सोचे कि इतना अच्छा काम करेगा तो बिहार के लोग इसे पूछेंगे न की हमें चुनाव में भी इसको हमसे अधिक वोट मिलेगा। फिर नीतीश ने अपना अलग रणनीति बनाया और चाल चल करके जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया। आज बोलते हैं की हमलोग उनके साथ गलत किए तो यह उनकी भूल है।
इसके आगे उन्होंने इससे बड़ा भी खुलासा कहते हुए कहा कि – विपक्षी गठबंधन यानी इंडिया की जब बैठक हो रहा था तो नीतीश कुमार मांझी जी का पैर पकड़ने लगे थे। उस दौरान नीतीश कुमार लगातार पैर पकड़ कर कह रहे थे कि हमारे बैठक में आप शामिल हो जाइए। उस दौरान उन्होंने कहा कि दो दिन का समय देते हैं और कहा कि आप अपना निर्णय सुना दीजिए। लेकिन, इंडिया एलायंस की बैठक के पहले मांझी ने एनडीए का हाथ थाम लिया।