बिहार विधानपरिषद चुनाव को लेकर मुजफ्फरपुर से राजद प्रत्याशी शंभू सिंह ने अपना नामांकन दाखिल किया। राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर में आज एक जनसभा को संबोधित किया। सदन में नीतीश की बौखलाहट पर तेजस्वी यादव ने कहा कि जब विधानसभा अध्यक्ष की थानेदार नहीं सुनता है तो जनप्रतिनिधियों की क्या सुनेगा? बिहार में अफसरशाही हावी हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी सबकी शक्ति अपने हाथ में कर लेना चाहते हैं। इसे तानाशाही नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे। अब यह जनता को तय करना होगा कि इस लोकतंत्र की धरती पर तानाशाह रवैय्या अपनाने वाले को रहना ठीक होगा या नहीं?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा की शिकायत थी कि थानेदार भी उनकी बातों को नहीं सुनता है। बिहार का सबसे बड़ा पंचायत विधानसभा है और हमलोगों के संरक्षणकर्ता विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा हैं। अब आप कल्पना कीजिए कि इतनी अफसरशाही बढ़ गयी है कि विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा की जब नहीं सुनी जा रही है तो हमारी और जनप्रतिनिधि का क्या सम्मान कोई करेगा। सारी शक्ति को सेंटरलाइज कर लिया गया है। नीतीश जी चाहते है कि सबका शक्ति अपने हाथ में कर ले तो इसको तानाशाही ही ना कहते हैं। तेजस्वी ने लोगों से पूछा कि अब आपको तय करना होगा कि इस लोकतंत्र की धरती पर तानाशाही वाले को रहना उचित है या नहीं?
वही बिहार में शराबबंदी पर तेजस्वी ने कहा कि शराब प्रशासन के लोग ही बिकवाते हैं। राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ा हुआ है। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के यहां यदि रेड मारा जाए तो अरबों-खरबों मिलेगा।
तेजस्वी ने कहा कि जीतन राम मांझी कुछ बोलते हैं और मुकेश सहनी कुछ और बोलते हैं। ऐसा लगता है कि सरकार नहीं चल रहा कोई सर्कस चल रहा है। गजब सर्कस है भाई। मुकेश सहनी कहते है कि उनकी एक चपरासी भी नहीं सुनता है।
तेजस्वी ने कहा कि गरीबी और बेरोजगारी क्या जात देखकर आता है। सभी जातियों में यह समस्या आज भी मौजूद है। यदि यह समस्या है तो इसके लिए जिम्मेवार कौन है? 15 साल से किसकी सरकार है आप सभी जानते है। 15 साल में नीतीश कुमार ने कौन कौन सा काम किया। जात-पात छोड़ना होगा और हमारा साथ देना होगा तभी हम बिहार को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।