19 दिसंबर को दिल्ली में इंडी गठबंधन की बैठक में शामिल होने के बाद गुरुवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद पटना के लिए रवाना हो गए। पटना रवाना होने से पहले लालू ने नीतीश कुमार की नाराजगी की बात को सीरे से खारिज कर दिया और सफाई देते हुए कहा कि इंडी गठबंधन में सभी लोग एकजुट हैं। मीडिया में जो भी नाराजगी की बातें चल रही हैं वह पूरी तरह से गलत है।
लालू प्रसाद ने कहा कि इंडी गठबंधन की बैठक बहुत साकारात्मक हुई है। मीडिया के जो लोग नरेंद्र मोदी से बिके हुए हैं वे उल्टा बात दिखाते हैं। चाहे जो भी हमलोग तय करें वे उसका उल्टा प्रोजेक्ट करते हैं। कहा गया कि नीतीश कुमार और लालू प्रसाद नाराज हैं और बैठक से उठकर चले गए। लेकिन बैठक खत्म होने के बाद सभी लोग प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं जाता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कम ही लोग जाते हैं और जो बात हुई उसको बताते हैं।
लालू ने कहा कि बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर बात हुई है और जल्द से जल्द सीटों का बंटवारा कर देना है और गठबंधन को तेजी से बढ़ाना है। नीतीश कुमार और हमलोग कोई नाराज नहीं है। सभी लोग एकजुट होकर काम कर रहे हैं। वहीं सुशील मोदी के दावा करने पर कि ललन सिंह की दोस्ती लालू से बढ गई है इसलिए वे ललन सिंह को जेडीयू अध्यक्ष के पद से हटाने जा रहे हैं, इस सवाल पर लालू ने कहा है कि ये सब फालतू बात है।
बता दें कि दिल्ली में हुई इंडी गठबंधन की बैठक में ममता बनर्जी ने पीएम उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रस्तावित कर दिया था। सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर खरगे का नाम सुनकर नीतीश असहज हो गए थे और साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही वहां से निकल गए थे। जिसके बाद सियासी गरियारे में इस बात की चर्चा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज हो गए हैं।
इससे पहले दिल्ली के अशोका होटल में हुई I.N.D.I.A की बैठक में नीतीश की नाराजगी साफ नजर आई। नीतीश कुमार की लालू यादव और तेजस्वी यादव से सही से दुआ सलाम तक नहीं हुई। लालू यादव के पास बैठे नीतीश कुमार खामोशी से दूसरी ओर देखते रहे।बैठक में किसी भी समय नीतीश कुमार औऱ लालू प्रसाद यादव-तेजस्वी यादव आपस में बात करते नहीं दिखे। मीडिया में खबरें आने के बाद लालू प्रसाद ने इसपर सफाई दी है।