मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों अपने दल के नेताओं के घर पर अचानक से जाकर उनसे मुलाकात कर रहे हैं. इसी क्रम में रविवार को एक बार फिर से सीएम नीतीश सुबह सुबह जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के घर पहुंच गए. उन्होंने कुछ समय तक ललन सिंह के घर में समय बिताया और फिर वे वहां से रवाना हो गए. सीएम नीतीश का अचानक से ललन सिंह के घर जाने को उनके उसी क्रम का हिस्सा माना जा रहा है जिसमें वे कई नेताओं के घर अचानक से धमक जा रहे हैं. सीएम नीतीश की ललन सिंह से हुई मुलाकात को शिष्टाचार मुलाकात के तौर पर देखा जा रहा है.
संयोग से दोनों नेताओं के बीच की यह मुलाकात उस दिन हुई है जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार के मुज्जफरपुर आ रहे हैं. भाजपा नेता के मुजफ्फरपुर आगमन के ठीक पहले जदयू के शीर्ष नेताओं की हुई इस मुलाकात से अब सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म है. दरअसल सीएम नीतीश ने रविवार को न सिर्फ ललन सिंह से मुलाकात की बल्कि वे जदयू के पूर्व बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से भी मुलाकात की. ऐसे में जदयू के दो शीर्ष नेताओं से नीतीश कुमार की हुई इस मुलाकात को बेहद खास माना जा रहा है.
वहीं एक दिन पहले नीतीश कुमार नेअपने मंत्रिमंडल सहयोगी और वरिष्ठ जदयू नेता विजय चौधरी के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी. अमित शाह के बिहार के आगमन के पहले जदयू के तमाम नेताओं से नीतीश कुमार की इन मुलाकातों को लेकर कई तरह की कयासबाजी जारी है. संयोग से एक दिन पहले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने फोन पर सीएम नीतीश से बात की थी. दोनों के बीच ‘इंडिया’ गठबंधन के विभिन्न मुदूं पर चर्चा होने की बातें सामने आई थी.
इतना ही नहीं नीतीश कुमार से मुलाकात करने वालों में राजद सुप्रीमो लालू यादव और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी रहे हैं. दोनों पिता-पुत्र ने शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री आवास जाकर सीएम नीतीश से मुलाकात की थी. बिहार के मुख्यमंत्री का अचानक से अपने सहयोगियों और गठबंधन के नेताओं से मुलाकात का सिलसिला बढने के पीछे की वजह क्या है, इस पर पार्टी नेताओं ने चुप्पी साध रखी है. इस बीच 6 नवंबर से बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है और उसके पूर्व नीतीश कुमार का ललन सिंह से मिलना कई सियासी अटकलों को जन्म दे रहा है.